प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम आज अपनी उम्र के विवाद के मुकदमे में इलाहाबाद हाई कोर्ट में पेश हुए। अब्दुल्ला आजम ने अदालत में अपना बयान दर्ज कराया और अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते हुए मुकदमे को खारिज किये जाने की गुहार लगाई। हाई कोर्ट उनके मुकदमे में अब ग्यारह सितंबर से अंतिम सुनवाई शुरू करेगा। अब्दुल्ला आजम की तरफ से अब तक कोर्ट में ग्यारह लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं।
अदालत में पेश होने के बाद अब्दुल्ला आजम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके परिवार के खिलाफ सियासी बदले की भावना से लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन वह और उनका परिवार न तो डरेगा और न ही झुकेगा और सारे हालातों का डटकर मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा कि आजम खान की खता सिर्फ इतनी है कि वह विपरीत हालात में भी चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं और लोगों को शिक्षित व जागरूक करने के लिए युनिवर्सिटी चला रहे हैं। अब्दुल्ला आजम के मुताबिक़ उनके परिवार को भाजपा के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है।
गौरतलब है अब्दुल्ला आजम साल 2017 में यूपी में हुए विधानसभा चुनाव में रामपुर की स्वार सीट से सपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कासिम अली ने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर यह आरोप लगाया था कि नामांकन के वक्त अब्दुल्ला न्यूनतम निर्धारित पचीस साल की उम्र के नहीं थे। कई दस्तावेज ऐसे हैं, जिनमे अब्दुल्ला आज़म की उम्र पचीस साल से कम हैं, इसलिए उनके निर्वाचन को रद्द कर दिया जाना चाहिए। इसी मुकदमे में कोर्ट ने आज अब्दुल्ला आज़म को तलब किया था और उनसे अपना बयान दर्ज कराने को कहा था। अब्दुल्ला के समर्थन में उनकी मां और राज्यसभा सांसद तंजीम फातिमा भी इकतीस जुलाई को कोर्ट में अपना बयान दर्ज करा चुकी हैं।