INDIA और NDA में न जाने का फैसला बसपा के लिए कैसा? सर्वे के सवालों का जनता ने दिया जवाब, कई चौंकाने वाले दावे
ABP Lok Sabha Chunav Survey 2024: बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव में अकेले उतरने का ऐलान किया है. उनकी इस घोषणा के बाद एबीपी न्यूज़ के लिए सी-वोटर ने त्वरित सर्वे किया है.
Lok Sabha Election Opinion Poll 2024: बसपा सुप्रीमो मायावती के अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ ही देश में सियासी हलचल बढ़ गई है. विपक्ष के इंडिया गठबंधन के कई नेता मायावती को अपने साथ लाने को लेकर लगातार बयान देते रहे हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी हाल ही में ये कहा था कि अगर मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल होती हैं तो उनका स्वागत है. अब बसपा चीफ की अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा के साथ तस्वीर कुछ हद तक साफ हो गई है. इसी बीच इस सियासी घटनाक्रम पर जनता की राय क्या है, ये जानने के लिए सी-वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए त्वरित सर्वे किया है.
इस सर्वे में सवाल किया गया कि बसपा चीफ मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से किसको नुकसान होगा? इस सवाल के नतीजे बेहद हैरान करने वाले रहे हैं. सर्वे में शामिल लोगों में से 25 प्रतिशत ने कहा कि मायावती के इस फैसले से एनडीए को नुकसान होगा. जबकि 29 प्रतिशत का मानना है कि इंडिया गठबंधन को नुकसान होगा. वहीं 22 प्रतिशत ने किसी को नहीं, 14 प्रतिशत ने कहा दोनों को नुकसान होगा और 10 प्रतिशत ने पता नहीं में जवाब दिया.
मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से किसको नुकसान होगा?
NDA- 25%
'INDIA'- 29%
किसी को नहीं-22%
दोनों को होगा- 14%
पता नहीं- 10%
इसके अलावा सर्वे में सवाल किया गया कि क्या मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से BJP को सीधा फायदा मिलेगा? इस सवाल के जवाब में सर्वे में शामिल लोगों में से 54 प्रतिशत ने कहा कि हां बीजेपी को फायदा मिलेगा. जबकि 30 प्रतिशत ने कहा कि बीजेपी को फायदा नहीं होगा. जबकि 16 प्रतिशत ने पता नहीं में जवाब दिया.
क्या मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से BJP को सीधा फायदा मिलेगा?
हां-54%
नहीं- 30%
पता नहीं- 16%
सर्वे में सवाल किया गया कि क्या लगता है मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला क्यों लिया? इसको लेकर सर्वे में शामिल लोगों में से 22 प्रतिशत ने कहा कि मायावती को अखिलेश पसंद नहीं हैं इसलिए ये फैसला लिया. जबकि 32 प्रतिशत ने कहा वोट बैंक बचाने के लिए ये फैसला लिया. 17 प्रतिशत ने कहा पिछले चुनावों से सबक के चलते ये निर्णय लिया, 16 प्रतिशत ने कहा कि 'INDIA' ने महत्व नहीं दिया और 13 प्रतिशत ने पता नहीं कहा.
क्या लगता है मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला क्यों लिया?
अखिलेश पसंद नहीं-22%
वोट बैंक बचाने के लिए-32%
पिछले चुनावों से सबक-17%
'INDIA' ने महत्व नहीं दिया-16%
पता नहीं- 13%
इस सर्वे में एक और सवाल किया गया कि क्या मायावती को ओवैसी और बाकी छोटे दलों से गठबंधन कर नया मोर्चा बनाने से फायदा होगा? इस सवाल के जवाब में सर्वे में शामिल लोगों में से 32 प्रतिशत ने कहा कि हां नया मोर्चा बनाने से फायदा होगा. 50 प्रतिशत ने कहा कि फायदा नहीं होगा. जबकि 18 प्रतिशत ने पता नहीं कहा.
क्या मायावती को ओवैसी और बाकी छोटे दलों से गठबंधन कर नया मोर्चा बनाने से फायदा होगा?
हां- 32%
नहीं- 50%
पता नहीं- 18%
सर्वे में पीएम उम्मीदवार को लेकर भी सवाल किया गया. सर्वे में पूछा गया कि 'INDIA' अगर मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाता तो क्या मोर्चे को फायदा होता? इस सवाल के जवाब में सर्वे में शामिल लोगों में से 36 प्रतिशत ने कहा कि हां गठबंधन को फायदा होता. जबकि 42 प्रतिशत ने कहा कि फायदा नहीं होता. वहीं 22 प्रतिशत ने पता नहीं में जवाब दिया.
'INDIA' अगर मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाता तो क्या मोर्चे को फायदा होता?
हां फायदा होता-36%
फायदा नहीं होता-42%
पता नहीं- 22%
नोट: abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ये ओपिनियन पोल किया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए abp न्यूज़ ज़िम्मेदार नहीं है.
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