ABP गंगा MSME ई-अधिवेशन: आत्मनिर्भर यूपी का प्लान, जानिए-कैसे बढ़ेगा आपका व्यापार
ABP गंगा MSME ई-अधिवेशन में आत्मनिर्भर यूपी के प्लान पर बड़ी चर्चा हुई. यूपी के MSME मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि कैसे रोजगार को बढ़ाया जा सकता है और कैसे हम आत्मनिर्भर प्रदेश की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.
देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश क्या कर रहा है? MSME सेक्टर में कैसे बढ़ेगा रोजगार और निवेश? इसको लेकर एबीपी गंगा ने यूपी-उत्तराखंड का पहला MSME अधिवेशन किया. एक कदम आत्मनिर्भर प्रदेश की ओर विषय पर चर्चा में यूपी सरकार में MSME मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे रोजगार को बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों की भी बात की. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि MSME के माध्यम से कैसे हम ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकें. इसके अलावा उन्होंने चीन पर निर्भरता को कम करने पर भी विस्तार से बात की. आप भी सुनें उन्होंने क्या कुछ कहा.
चर्चा में शामिल हुए मुख्य सचिव MSME यूपी नवनीत सहगल ने बताया कि पूरे देश का 14 फीसदी एमएसएमई यूपी में है. कोरोना काल के दौरान विभिन्न कार्यक्रम और तेज़ी के साथ किए जा रहे हैं. 5 लाख इकाइयों को 9 हज़ार करोड़ रुपए का ऋण वितरित कर चुके हैं. जल्द ही ढाई लाख इकाइयों को ऋण वितरण का कार्यक्रम है. मौजूदा दौर में 8 लाख एमएसएमई चल रही हैं, जिनमें 50 लाख लोगों को रोज़गार मिला हुआ है. विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से छोटे परंपरागत करोबारियों को लाभ मिल रहा है. इस योजना के ज़रिए सरकार ट्रेनिंग के साथ-साथ टूल किट भी देगी.
एबीपी गंगा के इस ई-अधिवेशन में MSME सेक्टर से जुड़े कुछ लोग भी चर्चा में शामिल हुए. CSRL के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्णमूर्ति सिंह ने सरकार की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना की वजह से विश्वभर में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन सरकार ने काफी हद तक MSME सेक्टर की मदद की है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है. जीएम वायर एंड केबल प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर राजेश वर्मा ने विद्युत से जुड़े लोगों के बारे में बात करते हुए कहा कि सरकार की तरफ से बहुत कार्य किए गए हैं. जैसे हमारे पीएम ने पहले ही बोला था कि इतना लोन और सुविधाएं दे रहे हैं, जब पीएम ने घोषणाएं की थी, तब तो काम हुआ, लेकिन बैंक वालों के ढील-मुल रवैए से हमारे अंदर तेजी नहीं आ पा रही है. बैंकों का रवैया बहुत ढीला है. उनका कहना है कि बैंकों का सहयोग बेहद जरूरी है. वहीं, थर्माकोल होम अप्लायंस के MD संजीव गुप्ता ने सीएम योगी के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की सराहना की.
राजनीतिक चर्चा में पक्ष-विपक्ष के नेताओं की राय
MSME e-अधिवेशन में राजनीतिक चर्चा भी हुई. जिसमें बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला, सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया और कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत शामिल हुए. इस चर्चा में बीजेपी ने दावा किया कि प्रदेश में बड़े स्तर पर MSME के तहत लोगों को आर्थिक मदद और रोजगार दिया गया है. बीजेपी ने दावा किया कि कोरोना काल में जिस तरह से प्रदेश की 90 लाख MSME को मदद दी जा रही है, उससे बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा. बीजेपी ने ये भी कहा कि वो वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत पहले से ही MSME के लिए बेहतर काम कर रही है.
इस दावे पर सपा प्रवक्ता ने कहा कि MSME को बढ़ावा देने के नाम पर सरकार केवल आंकड़ेबाजी कर रही है. सपा का आरोप है कि MSME के नाम पर इतने बड़े-बड़े लोगों को मदद की जा रही है कि छोटे कारोबारी लाभ ले ही नहीं सकते. सपा ने यह भी आरोप लगाया कि यूपी के तमाम जिलों में उनकी खासियत वाले उद्योग दम तोड़ रहे हैं और सरकार उन्हें नहीं बचा पा रही है.
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने भी यूपी सरकार पर फर्जी आंकड़े गढ़ने का आरोप लगाया. सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि प्रदेश के 30 फीसदी MSME उद्योग बंद हो गए, 30 फीसदी बंद होने की कगार पर हैं और बाकी बचे MSME उद्योगों की हालत भी अच्छी नहीं है. सरकार MSME के लिए कुछ नहीं कर पा रही है.
यह भी पढ़ें:
ABP गंगा पर MSME ई-अधिवेशन,MSME मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का बयान