ABP Ganga Shiksha E Samvaad LIVE: CCSU मेरठ के कुलपति बोले- यूपी में कोरोना कर्फ्यू में ढील मिलते ही परीक्षा करा लेंगे
ABP Ganga Shiksha E Samvaad LIVE: शिक्षा ई संवाद प्रोग्राम के पीछे का विचार शिक्षा पर महामारी के प्रभाव को समझना, वर्तमान चुनौतियों और उठाए जा रहे उपायों पर चर्चा करना है. पल पल की अपडेट के लिए बने रहें एबीपी गंगा के साथ.
शिक्षा e-संवाद में रानी लक्ष्मीबाई सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि, कोविड की वजह से विश्वविद्यालय में ऑल इंडिया लेवल पर एंट्रेंस एग्जाम नहीं हो पाया. हमारे यहां सभी राज्यों के बच्चे आते हैं. कोरोना को लेकर कोई तारीख अभी तक एनाउंस नहीं हुई है. दिसंबर में बच्चों को बुलाया था. एग्रीकल्चर में प्रैक्टिकल जरूरी है लेकिन हमने ऑनलाइन क्लासेज के दौरान जितना भी संभव था उसे पूरा किया. बाद में बच्चों को ऑफलाइन प्रैक्टिकल करवाया गया.
एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम शिक्षा e-संवाद में कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि परीक्षा को लेकर क्या विचार किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि किस तरीके ऑनलाइन तरीके से छात्रों को शिक्षा दी जा रही है.
वीके शुक्ला ने कहा कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय कोरोना काल में अहम भूमिका निभा रहा है. विश्वविद्यालय ने सैनिटाइजर बनाया है जिसका वितरण बाहर भी किया जा रहा है. कोविड की दवा को लेकर ट्रायल चल रहा है. 6 महीने में अच्छी खबर आ सकती है. कोरोना काल में मानसिक परेशानियां भी हो रही हैं छात्रों और अन्य लोगों को. ऐसे में हम लोगों के निदान की व्यवस्था कर रहे हैं. लोग फोन कर जानकारी ले सकते हैं.
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि यूपी में कोरोना कर्फ्यू में ढील मिलते ही हम फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा करा लेंगे. इस दौरान सामाजिक दूरी का पालन किया जाएगा. कोरोना के चलते हमें अप्रैल में परीक्षा कैंसिल करनी पड़ी थी.
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने कहा कि नए बच्चों के प्रवेश के लिए हम कोशिश करेंगे की परीक्षा ली जाए. लेकिन कोरोना की वजह से यह अगर संभव नहीं हुआ तो इस ऑनलाइन कराने का प्रयास करेंगे. राज्यपाल से इसे लेकर चर्चा की गई है.
डॉ. अशोक मित्तल ने कहा कि नवंबर से हमारे यहां कॉलेज और यूनिवर्सिटी खुल गई थी. फरवरी तक हमने ऑफलाइन क्लासेस चलाई. मार्च में होली के बाद ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी गई. इस दौरान वेबिनार के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी गई.
डॉक्टर बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति डॉ. अशोक मित्तल ने कहा कि इस साल मार्च के बाद से ही कोविड का प्रकोप शुरू हो गया था. इसलिए हमने सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया. कुछ दिन में यूपी सरकार की गाइडलाइन आ जाएगी. इसके बाद हम ओएमआर के माध्यम से परीक्षाएं करा सकते हैं.
RLBCAU झांसी के कुलपति डॉक्टर अरविंद कुमार ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान हमने बच्चों को ऑनलाइन प्रैक्टिकल कराए थे. उसके बाद अलग-अलग बैच को विश्वविद्यालय बुलाकर पहले क्वारंटीन किया. उसके बाद सभी को प्रैक्टिकल कराया. लेकिन कुछ दिन बाद तकरीबन आठ बच्चे संक्रमित हो गए. इसके बाद हमने ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी.
प्रोफेसर संजय सिंह ने कहा कि कोविड में राहत मिलने पर कुछ दिनों के लिए बच्चों को बुलाकर ट्रेनिंग दे सकते हैं. प्रैक्टिकल क्लास की हम भरपाई कर रहे हैं. हालात सामान्य होने पर आगे बढ़ेंगे. एडमिशन को लेकर प्रोफेसर संजय सिंह ने कहा कि एंट्रेंस एग्जाम के जरिए छात्र एडमिशन ले सकते हैं. भारत सरकार को कोई निर्णय आता है तो उसमें भी पार्टिसिपेट करेंगे.
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर वीके शुक्ला ने कहा कि हम ऑनलाइन क्लासेस को यूट्यूब पर अपलोड कर रहे हैं. अभी ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से ही शिक्षा को बढ़ाया जा रहा है. फिलहाल क्लासरूम टीचिंग का कोई विकल्प नहीं है.
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर वीके शुक्ला ने कहा कि हम ऑनलाइन क्लासेस को यूट्यूब पर अपलोड कर रहे हैं. अभी ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से ही शिक्षा को बढ़ाया जा रहा है. फिलहाल क्लासरूम टीचिंग का कोई विकल्प नहीं है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि यूपी में अब कोरोना के सक्रिय मामले काफी कम हो गए हैं. रिकवरी रेट भी अब 97 फीसदी से ज्यादा हो गया है. पॉजिटिविटी रेट भी लगातार कम हो रहा है. आने वाले समय में हम शिक्षा नीति में परिवर्तन करेंगे.
प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि ऑडियो-वीडियो लेक्चर की शुरूआत हो गई है और इसी से छात्रों के साथ संवाद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम मोबाइल ऐप के माध्यम से भी छात्रों से जुड़ रहे हैं. सभी को कोरोना के संबंध में केंद्र की गाइडलाइन का भी पालन करना चाहिए.
यूपी राजर्षि टंडन ओपन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि हमारी सारी क्लासेस पहले से ही ऑनलाइन हैं इसलिए हमारे लिए यह कोई नहीं बात नहीं है. बल्कि यह भी कहा जा सकता है कि परंपरागत विश्वविद्यालय अब हमारी प्रोसेस अपना रहे हैं.
संजय सिंह ने कहा कि Whatsapp के माध्यम से भी छात्रों को स्टडी मटेरियल भेजे जा रहे हैं. हमारे टीचर्स अपने लेक्चर को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर भी अपलोड कर रहे हैं. सभी टीचर्स छात्रों से कनेक्ट हैं औरर सीधा संवाद करते हैं.
बाबा साहब भीम राव अंबेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ के कुलपति संजय सिंह ने कहा कि अभी कोई भी छात्र हमारे परिसर में नहीं है. अभी हमारी टीचिंग का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन ही है. जब प्रशासन के आदेश आएंगे तो हम छात्रों को परिसर में बुलाने के बारे में सोचेंगे. सिलेबस के बारे में उन्होंने कहा कि सिलेबस को कंप्लीट करने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं. जिन बच्चों के पास ऑनलाइन सुविधा नहीं है उनके लिए हमारे टीचर्स ने अलग आयाम तलाशे हैं.
दिनेश शर्मा ने कहा कि डिजिटल लाइब्रेरी को ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है. जो बच्चे दूर-दराज के इलाकों के हैं उनके लिए प्री लोडेड टैबलेट भी दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में 70 हजार से ज्यादा डिटिटल लाइब्रेरी बनाई है. दिनेश शर्मा ने कहा कि एक ओर हम कोरोना से लड़ रहे हैं और दूसरी तरफ बच्चों को ध्यान में रखकर 100 सालों में हम पहली बार यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं नहीं करा रहे हैं.
यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि यूपी बोर्ड में हमने एक अपर मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई है, 12वीं का मूल्यांकन किस आधार पर होगा यह कमेटी तय करेगी. उत्तर प्रदेश भाग्यशाली राज्यों में रहा है. हमने बच्चों की ऑनलाइन क्लास भी ली है और ऑफलाइन भी कई क्लास चली हैं. मूल्यांकन के लिए व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी है.
एबीपी गंगा न्यूज चैनल के साथ-साथ मोबाइल फोन और दूसरे तमाम प्लेटफॉर्म पर टेक्स्ट, फोटो, वीडियो के साथ-साथ टीवी की लाइव स्ट्रीमिंग होगी. लोकप्रिय वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट और एप Hotstar पर भी आप Shiksha E Samvaad की लाइव कवरेज देख सकते हैं. इसके साथ ही आप यूट्यूब पर भी एबीपी न्यूज़ की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं. आप अपने एंड्राएड या आईओएस स्मार्टफोन में ABP Live का एप इंस्टॉल करके लाइव टीवी के साथ-साथ Shiksha E Samvaad पर लिखी गई स्टोरी भी पढ़ सकते हैं.
बैकग्राउंड
Shiksha e-Samvaad: जानलेवा कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश को काफी प्रभावित किया है. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी कोरोना से लोगों का बुरा हाल हो गया. हालांकि अब कोरोना का ग्राफ धीरे-धीरे नीचे आ रहा है. लेकिन अभी भी खतरा टला नहीं है. देश में अभी भी कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है. माना जा रहा है कि तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर होगा. इसी को ध्यान में रखते हुए यूपी और उत्तराखंड बोर्ड ने अपनी परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं.
कोरोना की वजह से शिक्षा पर क्या असर पड़ा है यह जानने के लिए आपका चैनल एबीपी गंगा एक खास कार्यक्रम शिक्षा ई संवाद लेकर आया है. इस प्रोग्राम के पीछे का विचार शिक्षा पर महामारी के प्रभाव को समझना, वर्तमान चुनौतियों और उठाए जा रहे उपायों पर चर्चा करना है. इस विशेष कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री यूपी दिनेश शर्मा, क्षेत्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और कुछ अन्य विशेषज्ञ शामिल होंगे.
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