(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम 'प्रवाह' का बनें हिस्सा, देवभूमि की राजधानी देहरादून में सजा मंच
एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम 'प्रवाह' में राजनीति के दिग्गजों का मंच सजेगा। इस खास कार्यक्रम में आप भी भागीदार बन सकते हैं। 'प्रवाह' में कई तरह के विचारों पर मंथन होगा जो सियासत से भी जुड़े होंगे और समाज से भी।
देहरादून, एबीपी गंगा। एबीपी गंगा सिर्फ एक न्यूज चैनल ही नहीं बल्कि विचारों का वो संगम है जहां समाज की दिशा तय करने वाले विचार प्रवाहित होते हैं। उत्तर प्रदेश के बाद अब बारी उत्तराखंड की है। इस बार एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम का मंच सजा है देवभूमि की राजधानी देहरादून में।
एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम 'प्रवाह' में राजनीति के दिग्गजों का मंच सजेगा। इस खास कार्यक्रम में आप भी भागीदार बन सकते हैं। विचारों के इस प्रवाह में उत्तराखंड की मौजूदा स्थिति व भविष्य लेकर अहम चर्चा होगी। चर्चा यहां बनते बिगड़ते सियासी समीकरणों और जनता से जुड़े मुद्दों पर भी होगी।
दिन्नांक 5 अक्टूबर 2019 को एबीपी गंगा के खास कार्यक्रम 'प्रवाह' का मंच सजेगा देहरादून स्थित होटल सॉलिटेयर में। यह खास कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे शुरू होगा।
दिन्नांक- 5 अक्टूबर 2019 स्थान- होटल सॉलिटेयर, देहरादून संमय- सुबह 10:30 बजे
चलिए आपको कार्यक्रम की रूप रेखा और इसमें शामिल होने वाले मेहमानों के बारे में भी जानकारी दे देते हैं। प्रवाह कार्यक्रम की शुरूआत गंगा सेनानी नाम के सेशन से होगी जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती मंच पर मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू होगा। दिन के साथ ही प्रवाह कार्यक्रम में कई तरह के विचारों पर मंथन होगा जो सियासत से भी जुड़े होंगे और समाज से भी।
शाम को 4 बजे 'देवभूमि की बात मुख्यमंत्री के साथ' सेशन की शुरुआत होगी। इस सेशन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्य वक्ता के तौर पर मंच पर मौजूद रहेंगा। इस सेशन में सीएम से जनता से जुड़े सवाल भी होंगे और वो मुद्दे भी जिनका सीधा सरोकार आप से है।
शाम 5 से 'गंगा की सरगम' आखिरी सेशन होगा और इसमें बात होगी कलाकारों से। इस सेशन में मंच पर मुख्य रूप से बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल, गायिका संगीता ढौंढियाल, मशहूर लोकगीत गायक, नरेंद्र सिंह नेगी व गायिका प्रियंकी नेगी मंच पर मौजूद रहेंगी।
यहां आपके बता दें कि, एबीपी गंगा के 'प्रवाह' कार्यक्रम का मंच इससे पहले उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी में सजा था। इस कार्यक्रम में सियासत से लेकर आम लोगों से जुड़े तमाम मु्द्दों पर भी चर्चा हुई थी।