अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हुआ तो राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान भगवान राम लला के भी अच्छे दिन आ गए. सबसे पहले वह तिरपाल के टेंट से निकलकर भव्य अस्थाई मंदिर में विराजमान हुए और आलम यह है कि, गर्मी और उमस से बचाने के लिए अब अस्थाई मंदिर में कूलर के साथ ए सी की भी व्यवस्था हो गयी है. क्योंकि माना जाता है कि विधिविधान के साथ प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति सजीव हो जाती है और उसमें महसूस करने की क्षमता भी उत्पन्न हो जाती है. इसलिए रामलला को गर्मी ना लगे इसकी व्यवस्था श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से कर दी गई है. 


रामलला के भोग पूजा पाठ का जिम्मा अब ट्रस्ट के पास


वहीं, अगर बात करें रामलला के भोग राग और पूजा पाठ पर आने वाले खर्च का तो जब तक सुप्रीम कोर्ट से विवाद का निपटारा नहीं हो गया तब तक फैजाबाद के पदेन कमिश्नर ही उसके रिसीवर थे और उनकी तरफ से एक निश्चित धनराशि ही पूजा पाठ और भोग राग के लिए मुख्य पुजारी को उपलब्ध कराई जाती थी. यह राशि अंत मे 30 हजार प्रति माह तक पहुंची थी, लेकिन अब जब से व्यवस्था ट्रस्ट के पास आयी है तबसे रामलला के ऊपर हुए खर्च के ऊपर से बंदिशों की सीमा हटा दी गयी है और अब 40 से 42 हजार रुपये तक खर्च हो रहे हैं.


रामलला के दर्शनों पर लगी रोक हटी


वहीं, कोरोना कॉल की वजह से भगवान राम लला के दर्शन पर रोक लगा दी गई थी और जब से अनलॉक शुरू हुआ है, तबसे दूर दूर से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं और भगवान राम लला का दर्शन कर रहे हैं. प्रशासन के द्वारा बनाए गए गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं और पांच पांच लोगों की जांच करने के बाद भगवान राम लला का दर्शन करने दिया जा रहा है और श्रद्धालुओं को प्रसाद भी उपलब्ध कराई जा रही है, जो कोरोना काल की वजह से बंद हो गई थी.


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