Prayagraj News: निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद (Acharya Mahamandaleshwar Kailashanand) समेत कई संतों को जहर देकर मारने की साजिश का मामला प्रयागराज कोर्ट में चल रहा है. कोर्ट ने आरोपी युवक को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा है. इस मामले में अब प्रयागराज पुलिस कोर्ट से युवक की एक हफ्ते की कस्टडी रिमांड मांगेगी. प्रयागराज पुलिस युवक को लेकर बागपत और हरिद्वार भी जाएगी.


आरोपी युवक विक्रांत सिंह ने अपने आधार कार्ड में बदलाव करवाया है. आधार कार्ड में बदलाव के लिए सत्यापन करने वाले अधिकारी से भी पुलिस पूछताछ करेगी. लोकेशन के आधार पर इस बात की जानकारी मिली है कि 29 नवंबर को युवक कैलाशानंद के हरिद्वार आश्रम गया था. यहां पर युवक 3 दिन रुका हुआ था. डीसीपी यमुनानगर सौरभ दीक्षित के मुताबिक, पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर प्रयागराज व अन्य अधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं. पुलिस के उच्च अधिकारी कैलाशानंद से भी लगातार संपर्क में है. पुलिस मामले में जो कार्रवाई कर रही है, उससे स्वामी कैलाशानंद को लगातार अवगत भी कराया जा रहा है.


पुलिस ने इन धाराओं में दर्ज किया केस 


पुलिस ने हत्या की साजिश रचने, ठगी और फर्जीवाड़े की धाराओं में केस दर्ज किया है. आईपीसी की धारा 420, 467, 468  और 471 के तहत एफ आई आर दर्ज कराई गई है. साध्वी त्रिकाल भवंता की तहरीर पर नैनी थाने में दर्ज एफआईआर की गई है. पूछताछ के बाद आरोपी बागपत निवासी विक्रम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी युवक के पास से पुलिस ने विक्रम और योगेंद्र नाम के दो फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं. शनिवार को आरोपी युवक विक्रम परी अखाड़ा प्रमुख त्रिकाल भवंता के आश्रम पहुंचा था. बातचीत के दौरान उसने आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद के एक जनवरी को हरिद्वार में कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी थी, जिसमें उसने कहा था कि सभी अखाड़ों के प्रमुख शामिल होंगे. उसने दावा किया था कि उस कार्यक्रम के प्रसाद में जहर मिलाने की उसने साजिश रची है. साथ ही दावा किया था कि हरिद्वार स्थित कैलाशानंद के आश्रम में भी घूम कर आया है.


आरोपी युवक ने कही थी ये बात


आरोपी युवक ने कहा था कि महामंडलेश्वर ने उसकी नौकरी लगाने के लिए 20 लाख लिए हैं जिसके चलते वह उनसे बदला लेना चाहता है. इसके लिए वह परी अखाड़ा प्रमुख त्रिकाल भवंता की मदद लेना चाहता था. उसने एक से दो 2 करोड़ का इंतजाम करने के लिए भी कहा था .आरोपी युवक के खिलाफ एफआईआर परी अखाड़ा प्रमुख त्रिकाल भवंता की ओर से दर्ज कराई गई है. डीसीपी यमुना नगर सौरभ दीक्षित ने इस बारे में जानकारी दी है.