Ram Mandir Inauguration Invitation: अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) के उद्घाटन की तैयारियों के बीच प्राण प्रतिष्ठा के न्योते को लेकर सियासत गरमाई हुई हैं. कांग्रेस (Congress) को भी इस समारोह में शामिल होने का न्योता दिया गया था, लेकिन बुधवार को पार्टी ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया और इसे बीजेपी (BJP) का कार्यक्रम बताया, जिसे लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के इस फ़ैसले को दुखद बताया है. 


कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भगवान राम सबके हैं, मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने का ये फ़ैसला बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिनके ऐसा फ़ैसला कराने में अहम भूमिका निभाई है, इस फ़ैसले से पार्टी के कार्यकर्ताओं का दिल टूट गया है. 


'कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल टूटा'
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'राम मंदिर और भगवान राम सबके हैं, राम मंदिर को भाजपा का समझ लेना दुर्भाग्यपूर्ण हैं, राम मंदिर को बीजेपी का मानना गलत हैं. राम मंदिर को आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद का मान लेने दुर्भाग्यपूर्ण है. मुझे पूरा भरोसा है कि कांग्रेस हिन्दू विरोधी पार्टी नहीं है, कांग्रेस राम विरोधी पार्टी नहीं हैं, ये कुछ लोग है जिन्होंने ये फैसला कराने में अहम भूमिका निभाई है, ये गंभीर विषय है, आज मेरा दिल टूट गया है. इस फ़ैसले से करोड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दिल टूटा हैं, उन कार्यकर्ताओं का, उन नेताओं का जिनकी भगवान राम में आस्था है.'



प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'कांग्रेस वो पार्टी है जो महात्मा गांधी के रास्ते पर चलती है, कांग्रेस वो पार्टी है जिसके नेता राजीव गांधी ने ही इस राम मंदिर का शिलान्यास, इस मंदिर के ताले खुलवाने का काम किया था. भगवान श्री राम मंदिर के निमंत्रण को स्वीकार न करना ये बहुत दुखद और पीड़ादायक है.' 


कांग्रेस ने किया इनकार
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है. पार्टी की ओर से जारी बयान में आधे-अधूरे मंदिर के उद्घाटन पर सवाल उठाए गए और इसे बीजेपी व आरएसएस का कार्यक्रम बताया. कांग्रेस ने कहा भगवान राम को देश में पूजा जाता है, धर्म निजी मसला है, लेकिन बीजेपी ने  मंदिर को राजनीतिक प्रोजेक्ट बना दिया है.  


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