डीएमके के नेता उदयनिधि स्टालिन (Udaynidhi Stalin) के सनातन धर्म (Sanatan Dharma) को लेकर दिए गए बयान के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्टालिन के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) समेत कई नेताओं ने सनातन को लेकर विवादित बयान दिए, जिस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishanam) ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि सनातन के बिना भारत की कल्पना तक नहीं की जा सकती है. ऐसे लोग रावण के वंशज हैं, जिनका सर्वनाश निश्चित है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम हरिद्वार पहुंचे थे, जहां पत्रकारों ने उनसे सनातन धर्म को लेकर दिए जा रहे विवादित बयानों पर सवाल पूछ लिया, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, "सनातन धर्म के खिलाफ जो बोलता है, जो सनातन के खिलाफ है वो भारत के भी खिलाफ है, क्योंकि सनातन के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती. सनातन के खिलाफ बोलने वाले रावण के वंशज है, इनका सर्वनाश सुनिश्चित है."
'इंडिया गठबंधन से बाहर निकालें'
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस दौरान ऐसे नेताओं को इंडिया गठबंधन से बाहर निकालने तक की सलाह दे डाली. उन्होंने कहा कि जो नेता सनातन के खिलाफ बोलते हैं, उन्होंने इंडिया गठबंधन से निकाल देना चाहिए. आचार्य ने कहा, "मैं तो इंडिया गठबंधन के तमाम वरिष्ठ नेताओं से ये अपील करना चाहता हूं कि उन्हें सनातन के खिलाफ बोलने वाले राजनेता को राजनीतिक दलों को इंडिया गठबंधन से बाहर कर देने चाहिए. ये फैसला लेने का वक्त है कि आप सनातन के विरोध में खड़े हैं या सनातन के साथ खड़े हैं."
उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी को ये फैसला लेना पड़ेगा कि वो सनातन के साथ हैं, रामायण के साथ हैं, रामचरित मानस के साथ भगवान राम के साथ हैं या फिर भगवान राम और रामचरित मानस को गाली देने वालों के साथ हैं.