Ram Mandir: 'आते तो और शर्मिंदा होना पड़ता इसलिए नहीं आ रहे', कांग्रेस को लेकर आचार्य सत्येंद्र दास ने क्यों कही ये बात?
Ram Mandir Pran Pratishtha: कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं होंगे.
Ram Mandir Inauguration: कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की ओर से अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकराए जाने पर संत समाज ने आलोचना की है. कांग्रेस ने बुधवार को कहा है कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी इस समारोह में शामिल नहीं होंगे. कांग्रेस की ओर से प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी प्रतिक्रिया दी है.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जिस प्रभु के कार्यक्रम में आना है, उनको उन्होंने पहले नकारा है कि वहां भगवान का कोई अस्तित्व नहीं है और अगर ऐसी स्थिति में वे आएंगे तो लोग पूछेंगे कि जिसका अस्तित्व नहीं है तो आप किसको देखने गए थे? इसीलिए उनको और शर्मिंदा होना पड़ेगा. शर्मिंदा ना होना पड़े इसीलिए आरोप लगा दिया कि राजनीति के कारण, सत्ता के लिए यह अनुष्ठान कर रहे हैं.
बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस को घेरा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी विपक्षी दल की आलोचना की और कहा कि उनका दिमाग ठीक उसी तरह खराब हो गया है जैसा कि त्रेता युग में रावण का हो गया था. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने इस मामले को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है.
#WATCH | On Congress rejecting Ram Temple invite, Shri Ram Janambhoomi Teerth Kshetra chief priest, Acharya Satyendra Das says, "To save themselves from embarrassment now, when they had rejected the identity of Lord Ram, they have rejected the Ram temple invitation...Politics is… pic.twitter.com/ic1Db4yGzr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 10, 2024
कांग्रेस ने निमंत्रण अस्वीकारा
बता दें कि, कांग्रेस ने बुधवार को घोषणा की कि मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को 'सम्मानपूर्वक अस्वीकार' कर दिया है. साथ ही पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने चुनावी लाभ के लिए इसे 'राजनीतिक परियोजना' बना दिया है.
ये भी पढ़ें-