लखनऊ, वीरेश पांडेय: खेती-किसानी के लिए खाद की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बाद प्रदेश में खाद की दुकानों पर औचक निरीक्षण की कार्रवाई तेजी से चल रही है. खाद की कालाबाजारी की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए हो रही इस प्रदेश व्यापी विशेष कार्रवाई में अब तक 623 विक्रेताओं का लाइसेंस निलंबित करने के साथ-साथ 35 के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.


कुल 9,747 दुकानों पर औचक निरीक्षण करते हुए 3,287 खाद के नमूने लिए गए हैं. विभिन्न गड़बड़ियों को देखते हुए अब तक 623 विक्रेताओं का लाइसेंस निलंबित किया गया है, जबकि 517 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब करने की कार्रवाई की गई है. यही नहीं, कालाबाजारी कर रहे 22 विक्रेताओं का लाइसेंस भी निरस्त किया गया जबकि 35 दुकानों की बिक्री प्रतिबंधित कर संबंधित के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. 17 दुकानों को सील भी किया गया है, जबकि 666 विक्रेताओं को चेतावनी दी गई है.


अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि आकस्मिक निरीक्षण कार्रवाई के अंतर्गत बीते 19 20 अगस्त को प्रदेश के सभी जिलों में खाद की दुकानों का सघन औचक निरीक्षण किया गया. 20 अगस्त को 3,119 स्थानों का निरीक्षण करते हुए 653 नमूने लिए गए. नियम के खिलाफ बिक्री की शिकायतों को देखते हुए 247 विक्रेताओं से जवाब-तलब किया गया है जबकि 158 दुकानों के लाइसेंस निलंबित किए गए और 15 दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई हुई.


20 अगस्त की इस कार्रवाई में 94 दुकानों को चेतावनी जारी करते हुए 15 दुकानों पर बिक्री प्रतिबंधित की गई, साथ ही 06 दुकानें सील कर दी गईं. 34 विक्रेताओं के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. इसी क्रम में एक दिन पहले 19 अगस्त को प्रदेश में 3,109 स्थानों पर औचक निरीक्षण कर 1,059 नमूने लिए गए. 270 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया साथ ही, 228 दुकानों का लाइसेंस निलंबित भी किए गए. कालाबाजारी की पुष्टि होने पर 12 दुकानों की बिक्री प्रतिबंधित कर दी गई है जबकि 06 दुकानों को सील करने की कार्रवाई भी हुई.



जुलाई में भी हुई कार्रवाई
इससे पहले, बीते माहीने 22 जुलाई को 3,519 जगहों पर छापे मारे गए, 1,575 नमूने लिए गए, 237 लाइसेंस निलंबित किया गया, साथ ही, 07 दुकानों का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई हुई. प्रदेश के विभिन्न जिलें में एक साथ हुई इस कार्रवाई में 421 लोगों को चेतावनी दी गई, 08 दुकानों में बिक्री प्रतिबंधित की गई, 05 दुकानें सील की गईं जबकि 01 व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई.


खाद की कमी नहीं
अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि प्रदेश में कहीं भी खाद की कमी नहीं है. खाद की बिक्री अधिकारियों के निर्देशन में कराई जा रही है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 20 प्रतिशत अधिक खाद उपलब्ध है. पिछले वर्ष की तुलना में 30 फीसदी से ज्यादा वितरण भी किया गया है. उन्होंने बताया कि खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.


यह भी पढ़ें:



कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दिन में दो बार बैठक करें जिलाधिकारी: योगी आदित्यनाथ


अयोध्या: रामलला के भव्य मंदिर के लिये पुष्कर से आई 1008 धार्मिक स्थलों की रज