Prayagraj News: प्रयागराज के जामिया हबीबिया मदरसे में नकली नोट की फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद सरकारी अमले का एक्शन जारी है. इस मामले में प्रयागराज में संचालित पांच मदरसों की मान्यता निरस्त कर दी गई है. साथ ही 15 अन्य मदरसों की मान्यता निरस्त करने के लिए आवेदन भेजे गए हैं.  मदरसा सिराजुल उलूम मेंडारा, मदरसा इबरारुल उलूम पुरवा खास, मदरसा आयशा इस्लामिया आनापुर, मदरसा दारुल उलूम अमिलिया और मदरसा फैजाने रजा मेजा की मान्यता निरस्त की गई है.


हालांकि इन सभी ने मान्यता निरस्त करने के लिए खुद ही आवेदन किया था. प्रयागराज में पिछले कुछ सालों में मदरसों की संख्या लगातार घट रही है. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी ने इस बात की जानकारी दी है. आपको बता दें कि मदरसे में पुलिस ने 28 अगस्त को छापेमारी कर नकली नोट की फैक्ट्री पकड़ी थी. इसके बाद मदरसे में आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद हुआ था. मदरसे से उर्दू भाषा में लिखी गई एक किताब में आर एस एस को देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन बताया गया था. यह मदरसा यूपी मदरसा बोर्ड की मान्यता के बिना ही संचालित था.


जांच एजेंसियां आतंकी कनेक्शन का लगा रहीं पता
प्रयागराज के अतरसुया इलाके में संचालित इस मदरसे में अलग-अलग राज्यों के 105 बच्चे तालीम ले रहे थे. मदरसे के संचालन पर हर महीने करीब साढे तीन से चार लाख रुपये खर्च आता था. जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि मदरसे को विदेशी फंडिंग तो नहीं मिलती थी. मदरसा अगर चंदे से चल रहा था तो कौन लोग और किस तरीके से कितना चंदा देते थे. मदरसे का कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं था जांच एजेंसियां इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं. नकली नोट फैक्ट्री के मामले में मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मौलाना तफसीरुल आरीफ़ीन, नकली नोट का मास्टरमाइंड जहीर खान व दो अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.


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