आगरा. कानपुर के विकास दुबे प्रकरण के बाद आगरा में भी पुलिस और अपराधी का गठजोड़ सामने आया है. हिस्ट्रीशीटर मोनू यादव की मदद करने वाले 5 सिपाहियों को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है. इन सिपाहियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. बताया जा रहा है कि मोनू यादव को कोर्ट में सरेंडर कराने में इन सिपाहियों का बड़ा हाथ था. ये पुलिसकर्मी मोनू को पुलिसिया मूवमेंट की हर जानकारी दे रहे थे. इन्हीं सिपाहियों की वजह से ही मोनू यादव पुलिस को चकमा देता रहा. मोनू ने 17 जुलाई को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.


इन सिपाहियों पर हुई कार्रवाई
लाइन हाजिर किये गए सिपाहियों के नाम रविन्द्र यादव, सत्यपाल यादव, दुष्यंत यादव, राहुल यादव और राजीव यादव है.
मोनू यादव के सरेंडर पर आईजी रेंज ए सतीश गणेश ने एसएसपी को फटकार भी लगाई थी. इसके बाद मोनू यादव की कॉल डिटेल खंगाली गई. जांच में मोनू यादव और पुलिसकर्मियों के गठजोड़ का पता चला.


एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि मोनू से पांच सिपाही बात किया करते थे. इनमें से तीन सिपाही थानों में तैनात हैं, जबकि दो पुलिस लाइन में हैं. सभी पांच पुलिसकर्मियों को इनको लाइन हाजिर किया गया है. उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी.


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