गोरखपुर: उभरी हुई भद्दी सी दिखने वाली तोंद पुलिसवालों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. वो चाहकर भी आखिर इसे क्‍यों अंदर कर फिट नहीं दिख पा रहे हैं. ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है. ऐसे में गोरखपुर के एडीजी जोन अखिल कुमार की नजर कुछ ऐसे पुलिसकर्मियों पर पड़ी. उन्‍होंने उनसे तोंद बाहर निकलने की वजह जानी और उन्‍हें तोंद अंदर करने के लिए 10 दिन का समय दिया. उन्‍होंने सिपाहियों को फिटनेस का महत्‍व बताते हुए तोंद को अंदर करने के निर्देश भी दिए हैं.


10 दिन का दिया समय
गोरखपुर के अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार तेज तर्रार होने के साथ ही फिटनेस को लेकर खासे सतर्क हैं. ऐसे में वो चाहते हैं कि लॉ एंड आर्डर संभालने वाला पुलिस महकमा भी चुस्‍त नजर आए. कुछ दिन पहले जब वो सर्किट हाउस जाने के लिए रामगढ़ ताल रोड पर निकले, तो रास्‍ते में उनकी नजर ड्यूटी पर तैनात कुछ सिपाहियों पर पड़ी. उन्‍होंने अलग-अलग जगहों पर अपनी कार रुकवाई. गाड़ी से उतरे और सिपाहियों से तोंद निकलने की वजह पूछने लगे. उन्‍होंने तोंद अंदर करने के लिए उन्‍हें 10 दिन का समय दिया है.


फिट रहने से नहीं होगी बीमारी
एडीजी अखिल कुमार ने तोंद वाले पुलिसवालों को समझाया कि फिट रहने से वो बीमारी से बचेंगे और उनकी आयु भी बढ़ेगी. उन्‍होंने पुलिसवालों को नियमित व्‍यायाम के साथ संतुलित भोजन लेने की भी सलाह दी. उन्‍होंने कहा कि खुद को फिट रखने से बीमारियों से तो बचाव होगा ही ड्यूटी भी अच्‍छे ढंग से कर सकेंगे. रास्‍ते में एक हेड कांस्‍टेबल के पास जाकर उन्‍होंने उससे पूछा कि इतनी तोंद क्‍यों निकली है. बीमार हैं या फिर खाना अधिक खाते हैं.


हेड कांस्‍टेबल को दिए टिप्स
हेड कांस्‍टेबल ने उन्‍हें जानकारी दी कि वो ब्‍लड प्रेशर और शुगर के मरीज हैं. भोजन और अनियमित ड्यूटी करने की वजह से उनकी ऐसी हालत है. इस पर एडीजी ने उन्‍हें भोजन कम करने और पेट अंदर करने की सलाह दी. उन्‍होंने कहा कि अपनी फिटनेस पर ध्‍यान देंगे तो शरीर स्‍वस्‍थ रहेगा. अधिक दिनों तक जीवित रहेंगे. यही नहीं ड्यूटी पर अच्‍छा प्रदर्शन भी करेंगे.


समझाया फिटनेस का महत्व
अखिल कुमार ने हेड कांस्‍टेबल को 10 दिन में तोंद कम करके दिखाने का लक्ष्‍य दिया. इसके बाद सर्किट हाउस से लौटते वक्‍त पैडलेगंज चौकी के पास भी उनकी नजर तोंद वाले एक पुलिसकर्मी पर पड़ गई. एडीजी ने उनसे पूछा तो तो हेड कांस्‍टेबल ने अनियमित ड्यूटी की बात कही. इस पर एडीजी ने उनकी ड्यूटी में कुछ परिवर्तन कराने की बात कही और 10 दिन का लक्ष्‍य देते हुए कहा कि तोंद अंदर करके दिखाएं. इसके बाद करीब दो घंटे तक एडीजी ने शहर का निरीक्षण कर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों का जायजा लिया. जहां कहीं उन्‍हें तोंद वाले पुलिसकर्मी दिखाई दिए, उन्‍हें फिटनेस का महत्‍व बताते हुए तोंद अंदर करने को कहा है.


हाई ब्‍लडप्रेशर और शुगर के मरीज
एडीजी अखिल कुमार ने कहा कि ड्यूटी का समय निर्धारित नहीं होने वजह से कई पुलिसकर्मियों का वजन अधिक दिखाई दिया है. अनियमित दिनचर्या और उल्‍टा-सीधा खाना भी एक वजह है. इनमें से कई पुलिसवालों ने बताया है कि वो हाई ब्‍लडप्रेशर और शुगर के मरीज भी है. उन्‍होंने जोन के सभी ऐसे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में बदलाव के साथ नियमित दिनचर्या और व्‍यायाम कर 10 दिन के अंदर वजन को नियंत्रित करने के लिए कहा है.


हम फिट तो इंडिया फिट
एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि ऐसे पुलिसकर्मियों को चिन्हित करने के साथ नियमित ड्यूटी में लगाने के निर्देश दिए गए हैं. इस बात के लिए काउंसिलिंग भी की जाए कि कैसे वे खुद को फिट रख सकते हैं. व्‍यायाम के साथ-साथ टहलने से वजन कम किया जा सकता है. पुलिसकर्मी बीमारी के शिकार हो रहे हैं. इनके लिए विशेष कार्यशाला आयोजित‍ कर चिकित्‍सक और न्‍यूट्रीशियन से सलाह ली जाए. पुलिसकर्मी फिट रहेंगे, तो ठीक से ड्यूटी कर पाएंगे. उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी नारा दिया है कि 'हम फिट तो इंडिया फिट'. पुलिस तो जनता की सेवा के लिए है. अपराधियों से उन्‍हें लोहा लेना है. वो स्‍वस्‍थ नहीं रहेंगे, तो जनता की सेवा कैसे कर पाएंगे.


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