लखनऊ: यूपी पुलिस की तरफ से हाथरस केस को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि साजिश के तहत राज्य का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है. उन्होंने कहा कि हम सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं. कई एजेंसियां इस मामले में जांच कर रही हैं.


सरकार की छवि खराब करने का किया गया काम
प्रशांत कुमार ने कहा कि हाथरस केस में पीड़िता के भाई के बयान के आधार पर आरोपी जेल भेजे गए. एसआईटी जांच के आदेश हुए. सीबीआई जांच की भी अनुशंसा की गई. इसके बावजूद कुछ संगठनों की तरफ से जातीय सम्प्रदायिक हिंसा फैलाने, सरकार की छवि खराब करने का काम किया गया. वेबसाइट का इस्तेमाल करके पीड़ित परिवार के घर गांव के पास अनावश्यक भीड़ इकट्ठी की गई. कोविड 19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए राजनीतिक दलों के पांच लोगों को वहां जाने की अनुमति दी गई. कुछ लोगों ने इसका उल्लंघन करते हुए हिंसा की जिनपर हल्का बल प्रयोग किया गया.


प्रलोभन देने के संबंध में भी केस दर्ज
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर मैसेज, साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने में अभियोग, भीड़ इकट्ठी करने वालों पर भी मुकदमा लिखा गया है. हाथरस थाना चंदपा में 151/2020 4 तारीख को 109,120b,153 में, 195, 465, 469, 501, 505 आईटी एक्ट के तहत भी मुकदमे लिखे गए हैं. कुछ अराजक तत्वों की तरफ से जातीय विद्वेष फैलाने, पीड़ित परिवार को भड़काने, 50 लाख का प्रलोभन देने के संबंध में भी केस दर्ज किया गया है.


13 एफआईआर दर्ज
प्रशांत कुमार ने कहा कि पोस्टरों, सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. ऐसे कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि, ''इस संबंध में पहला मुकदमा हाथरस के चंदपा थाने में दर्ज हुआ है. यहां एक वायरल ऑडियो से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया. बुलंदशहर, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ कमिश्नरेट में कुल 13 एफआईआर दर्ज हुई हैं. लखनऊ में आपत्तिजनक पोस्टर लगाने पर दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं.''


महिला अपराधों में कमी आई है
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि बताया कि मथुरा में भी अभियोग लिखा गया है. दोषियों पर कठोर करवाई करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि महिला संबंधी अपराधों में सजा दिलाने में अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी आगे रहा है. महिला अपराधों में कमी आई है. उन्होंने बताया कि जो मुख्य अभियोग हैं, वो हाथरस में हैं उनकी संख्या 6 हैं. एक षड्यंत्र है उसके बारे में विवेचना शुरू कर दी गई है. गिरफ्तारी की जाएंगी. जो भी साक्ष्य मिल रहे हैं उन पर कार्रवाई कर रहे हैं. साक्ष्य इकट्ठे करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि व्यक्ति विशेष के बारे में अभी कुछ कहना उचित नहीं है, जब पूरे साक्ष्य मिल जाएंगे तब कुछ कहा जाएगा.


यह भी पढ़ें:



हाथरस के डीएम प्रवीण पर योगी सरकार कर सकती है ये कार्रवाई


हाथरस: भाई को मिले सुरक्षाकर्मी, महिलाओं के लिए महिला पुलिस, ऐसी है पीड़िता के परिवार की कड़ी सुरक्षा