मेरठ, एबीपी गंगा। नागरिकता संशोधन कानून के लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन अब शांत हो रहे हैं। कल शुक्रवार के जुमे की नमाज के बाद प्रदेश में अमन चैन रहा। इसके लिये यूपी पुलिस ने एहतियायन कई कदम उठाये थे। कई शहरों में इंटरनेट पर पाबंदी रही। लेकिन इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायलर हो रहा है। इस वीडियो में मेरठ के एसपी सिटी प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। मामले के तूल पकड़ने पर अब मेरठ के एडीजी और विवादित बात कहने वाले एसपी ने पूरे मामले पर सफाई दी है।


20 दिसंबर यानी बीते शुक्रवार को शहर में हुई हिंसा के दौरान लिसाड़ीगेट की एक गली में कुछ युवक पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, एडीएम सिटी और एसपी सिटी ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए घेराबंदी की। इस दौरान उनकी प्रदर्शनकारियों से आमना सामना हो गया। जानकारी के मुताबिक एसपी सिटी ने इसी दौरान प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी थी। उनके इस बयान को किसी ने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया और इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।


इस मामले पर एबीपी गंगा से बात करते हुये मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि वहां स्थिति बहुत खराब थी और पीएफआई और एडीपीआई के पम्पलेट बांटे जा रहे थे और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। ऐसे हालात में उन्होंने कहा कि आप शांत हो जाये 'अगर पाकिस्तान जाना है तो चले जाएं'। लेकिन इसे साजिश के तहत वायरल कर सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। हमने सभी अधिकारियों को वार्निंग दी है कि ऐसे शब्दों के प्रयोग से बचें, इसका हम वर्कशॉप भी कराएंगे और इसे पुलिस ट्रेनिंग में भी शामिल करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे शब्द प्रयोग नहीं करने चाहिए थे, इससे बचा जा सकता था।


वायरल वीडियो में एसपी का यह था बयान


20 दिसंबर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह हिंसा के दौरान गली के अंदर भाग रहे कुछ युवकों को कह रहे हैं कि जहां जाओगे, चले जाओ। हम ठीक कर देंगे। काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हो, खाओगे यहां और गाओगे वहां का। याद रखना, मुझे सब याद रहता है। एसपी का ये बयान वायरल होने के बाद अब मेरठ पुलिस का दावा है कि कुछ प्रदर्शनकारी काली पट्टी बांधकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।