Adi Guru Shankaracharya Samadhi: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य हो रहे हैं. द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों में आदि गुरु शंकराचार्य का समाधि (Samadhi) स्थल प्रमुख रूप से है. इस समाधि स्थल का कार्य अंतिम चरण में है और अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक कार्य पूर्ण होना है. वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से समाधि स्थल में स्थापित करने के लिए शंकराचार्य की मूर्ति भी कर्नाटक से केदारनाथ पहुंच चुकी है.
16-17 जून 2013 की आपदा के बाद से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं. प्रथम चरण के पुनर्निर्माण कार्यों में मंदिर के आगे आस्था पथ, तीर्थ पुरोहितों के लिये घर और घाटों का निर्माण कार्य किया गया. अब द्वितीय चरण में धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल सहित अन्य प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं. शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य अंतिम चरण में है. केदारनाथ मंदिर के पीछे लगभग बीस मीटर दूर शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण हो रहा है. अक्टूबर अंतिम सप्ताह से समाधि स्थल बनकर तैयार हो जायेगा.
पीएम मोदी केदारनाथ ने समाधि स्थल निर्माण की घोषणा की थी
2013 की आपदा में केदारनाथ धाम में स्थित आदि गुरु शंकराचार्य का समाधि स्थल भी तबाह हो गया था. बाद में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ पहुंचे थे तो उन्होंने समाधि स्थल निर्माण की घोषणा की थी. जिस पर कार्य भी शुरू हुआ और अब कार्य अंतिम दौर में है. समाधि स्थल को हाईटेक तरीके से बनाया जा रहा है. केदारनाथ धाम पहुंचने वाले भक्त समाधि स्थल की परिक्रमा भी कर पाएंगे. केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रही कार्यदायी संस्था जेएसडब्लू के अधिकारी नवीन राणा ने बताया कि समाधि स्थल का कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. शंकराचार्य की मूर्ति भी 18 भागों में केदारनाथ धाम पहुंच चुकी है और महशूर से मर्तिकार भी धाम में आ गये हैं. अक्टूबर अंतिम तक कार्य पूरा हो जायेगा. जिसके बाद मूर्ति को समाधि स्थल में स्थापित किया जायेगा.
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि युद्धस्तर पर शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य चल रहा है. हमारा प्रयास है कि अक्टूबर अंतिम सप्ताह तक कार्य पूर्ण कर लिया जाय. बता दें कि शंकराचार्य की समाधि स्थल का निर्माण पूर्ण होने के बाद धाम की भव्यता ओर अधिक बढ़ जायेगी. इसके अलावा यात्रियों को भी शंकराचार्य समाधि स्थल के दर्शन कर सकेंगे. समाधि स्थल के निकट मौजूद दिव्य शिला के प्रांगण में भक्तों के लिये योग-साधना का भी स्थान बनाया जा रहा है.
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