UP Assembly Election 2022: रायबरेली से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह चुनाव नजदीक आते ही भाजपा में शामिल हो गईं. भाजपा में शामिल होने के बाद सदर सीट पर सियासी समीकरण को लेकर चर्चाएं चल रही हैं. चर्चा चल रही है कि क्या पिछली बार की तरह इस बार भी जीत का अंतर उतना ही रहेगा या फिर अंतर में बदलाव होगा.
कांग्रेस ने क्या कहा
इस बात को जानने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता विनय द्विवेदी से बात की गई तो उन्होंने कहा सदर सीट पर जो जीत अदिति सिंह की हुई थी वह कांग्रेस की देन थी क्योंकि इनके पिता अखिलेश तीस हजार के आसपास वोट से जीते थे जबकि अदिति चुनाव 90 हजार के अंतर से जीती थीं. 60 हजार का अंतर कांग्रेस की वजह से इनको मिला. उन्होंने कहा इस बार भी कांग्रेस का प्रत्याशी ही सदर सीट से अपना परचम लहराएगा. शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि किसको यहां से अपना प्रत्याशी बनाया जाए.
भाजपा ने क्या कहा
वहीं भाजपा नेता और पूर्व महामंत्री डॉ धनंजय सिंह ने कहा कि भाजपा का एक अपना कैडर वोट है जो अदिति को तो मिलेगा ही साथ ही उनके पिता व उनके द्वारा किए गए कार्यों का वोट भी जुड़ेगा क्योंकि उनके पिता कुछ समय ही कांग्रेस में थे बाकी समय वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज करते रहे. उनका अपना जनाधार भी है इसलिए इस बार सदर सीट पर कमल खिलेगा.
आम लोगों ने क्या कहा
जब आम लोगों से राय ली गई तो किसी ने कहा जीत का अंतर बहुत कम होगा तो किसी ने हार के अंतर को थोड़ा बताया. किसी ने भाजपा को किसान विरोधी बताते हुए अदिति का वर्चस्व सदर सीट से समाप्त होता बताया . इस तरह सदर सीट पर अदिति के जीत का अंतर कम होगा यह बात चर्चा का विषय भी है.
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