UP News: मऊ जनपद के आरटीओ कार्यालय पर एआरटीओ सुहेल अहमद का गजब का कारनामा देखने को मिला. दरअसल जिला प्रशासन की तरफ से जनपद के विभिन्न कार्यालयों में छापेमारी और आरटीओ कार्यालय में दलालों की धरपकड़ के लिए एडीएम सत्यप्रिय सिंह ने मऊ पुलिस फोर्स एवं अपर पुलिस अधीक्षक महेश सिंह अत्री के साथ टीम बनाकर छापेमारी किए, जिसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया.
छापेमारी के बाद जो जहां था वहीं भागने लगा. कुछ लोग बाउंड्री वॉल कूदकर भागे जिनको पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया और चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं. हांलांकि कार्यालय के बाहर अजीत सिंह नामक व्यक्ति ने बताया कि वह भी लाइसेंस बनवाने के लिए कमरा नंबर 12 में 14 हजार रुपए दिया है, जिसकी कोई रसीद उसे नहीं मिली है.
पिछले गेट से दलालों को भगाने का सीसीटीवी फुटेज हुआ वायरल
छापेमारी करने के लिए जैसे ही टीम मेन गेट से अंदर घुसी एडीएम के ड्राइवर ने गलती से हूटर बजा दिया. इसके बाद एआरटीओ को संदेश हुआ इसके बाद एआरटीओ स्वयं भागकर पिछले गेट से बाहर निकल गए और आफिस के अंदर लोगों को जल्दी जल्दी बाहर निकलने का इशारा करने लगे. जल्दबाजी में एआरटीओ भूल गए कि पिछले गेट पर भी सीसीटीवी कैमरा लगा है, जिसमें उनका सारा कारनामा कैद हो गया.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर हो रही कार्रवाई
इस संबंध में एडीएम सत्यप्रिय सिंह ने कहा कि मंडलायुक्त के आदेश के क्रम में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस के तहत यह कार्रवाई हो रही है, जिसके अंतर्गत विभिन्न विभागों पर छापेमारी की जा रही है. इसी क्रम में आज एआरटीओ कार्यालय पर छापेमारी की गई, जिसके बाद चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. एआरटीओ की तरफ से दलालों को भगाए जाने के सवाल पर कहा कि सीसीटीवी कैमरे की बारीकी से जांच की जाएगी इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
(प्रवीण राय की रिपोर्ट)
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