Meerut: मेरठ में गांव के छात्रों के लिए प्रशासन ने की अनोखी पहल, जानिए इससे कैसे मिलेगा स्टूडेंट्स को फायदा
मेरठ के 400 से ज्यादा गांव में प्रशासन के द्वारा लाइब्रेरी खोली जाएगी. इससे ग्रामीण इलाकों के स्टूडेंट्स पढ़कर उम्मीदों की पंख लगा सकेंगे.
Library in Meerut Villages: मेरठ प्रशासन ने एक बड़ी और अनोखी पहल की है. मेरठ के 400 से ज्यादा गांव में प्रशासन के द्वारा लाइब्रेरी खोली जाएगी. इससे ग्रामीण इलाकों के स्टूडेंट्स पढ़कर उम्मीदों की पंख लगा सकेंगे. मेरठ के गांव में बन रही लाइब्रेरी हाईटेक बनाई जा रही है. सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें जनसहभागिता भी नई उम्मीदों के द्वार खोल रही है.
लाइब्रेरी गांव में लाएगा बड़ा बदलाव
मेरठ के हर गांव में लाइब्रेरी बड़ा बदलाव लाएगी. अब शहरों की तरह गांवों में भी लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई हो सकेगी. मेरठ के गांव अब पढ़ाई में नए कीर्तिमान बनाने की राह पर निकल पड़े हैं. यहां के पंचायत भवन के खाली पड़े कमरों में अब करियर के कॉन्सपेट पर बड़ा काम शुरू हो गया है.
दरअसल, मेरठ जिला प्रशासन ने ग्रामीण इलाकों में पंचायत भवन में बने कमरों में ये लाइब्रेरी शुरू की है. मवाना ब्लॉक में निर्माणाधीन लाइब्रेरी का डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने भी निरीक्षण किया तो मेरठ प्रशासन के इस प्रयास की काफी तारीफ की थी. इन लाइब्रेरी में पंखे, केबिन, स्लोगन, बढ़िया टेबल, बुक्स, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बुक्स की भी व्यवस्था की गई है. इसमें ग्राम प्रधान भी सहयोग कर रहें हैं
किताब डोनेट करने की भी हो रही अपील
मेरठ के गांव में बनी लाइब्रेरी के लिए लोगों से अपील भी की जा रही है कि वो बुक्स डोनेट करें और मदद के लिए भी आगे आएं. मेरठ के सीडीओ शशांक चौधरी इस पूरी मुहिम का जिम्मा संभाल रहे हैं. उनका कहना है कि मेरठ के हर गांव में हम लाइब्रेरी खोलेंगे ताकि गांव के बच्चों को पढ़ाई का और बेहतर माहौल दिया जा सके. इसमें लोग भी उम्मीदों का हाथ आगे बढ़ा रहे हैं.
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