Kannpur News: कानपुर में भू माफिया एक हजार करोड़ की जमीन को बेचने की फिराक में थे लेकिन कब्जा करने को लेकर हुए विवाद ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. जो जमीन शासन की नजर से दूर थी. अब वह जमीन शासन की नजर में आ गई है. इस मामले में कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. प्रशासन ने इस जमीन को नजूल घोषित कर अपने कब्जे में ले लिया है.

 

कानपुर शहर में विवादित जमीनों पर कब्जा करने के मामले सामने आने लगे हैं. जहां माफिया और जमीन की खरीद फरोख्त मे जुड़े कई लोग सरकारी, ट्रस्ट, बीआईसी, ऐसी जमीने जिनके मालिक शहर से दूर स्थित हैं उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. ये लोग फर्जी दस्तावेज, फर्जी एग्रीमेंट और पावर ऑफ अटॉर्नी से ये जमीनों पर कब्जा कर रहे थे. प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए शहर की ऐसी ही एक जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. जिसमे शहर के बड़े नाम शामिल थे.

 

माफियाओं ने कर रखा था कब्जा

शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में 1000 हजार करोड़ की विवादित जमीन जो पहले वूमेन मिशनरी सोसायटी ऑफ अमेरिका के ट्रस्ट के नाम से 99 साल की लीज पा ली गई थी. लीज खत्म होने पर माफियाओं ने इन जमीनों पर कब्जा करना शुरू कर दिया था. माफियों ने इन जमीनों के फर्जी दस्तावेज भी तैयार करवा लिए थे. प्रशासनिक टीम ने इन माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए करोड़ो रूपये की जमीन को कब्जा मुक्त कराया है. इस मामले में कई लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस इस मामले में लगातार छापेमारी कर रही है.




जमीन की खरीदी बिक्री पर रोक का लगा बोर्ड



 

एक हजार करोड़ की जमीन को नजूल घोषित किए जाने के मामले में एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार ने बताया कि इस जमीन को नजूल घोषित कर कब्जे में लिया है. साथ ही ऐसी कीमती जमीनों की जांच की जा रही है. टीम नगर निगम और केडीए के पुराने दस्तावेज अधिकारियों की मदद से तलाश कर रही है. शहर के पुलिस थानों में पड़े हुए ऐसे प्रार्थना पत्रों के भी जांच की जा रही है जिसमें जमीन कब्जे की शिकायक की गई है.