लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई गैंगरेप और हत्या की घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा है. हर तरफ लोग यूपी की योगी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इस मामले में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. पीड़िता के परिवार का आरोप है कि उनकी अनुमति के बिना आध रात को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया.
हाथरस में प्रशासन का रवैया इतना खराब है कि कल वहां के डीएम खुद पीड़िता के परिवार को धमकाने पहुंच गए. अब खबर है कि DM, SP से लेकर नीचे तक के कईं पुलिस प्रशासनिक अफसरों पर गाज गिर सकती है. कार्रवाई को लेकर गृह विभाग में मंथन हो रहा है. आज शाम तक बड़ी कार्रवाई सम्भव है.
बता दें कि रेप पीड़िता के पूरे गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनाती कर दी गई है. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.
आलम यह है कि हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार का पक्ष जानने गई एबीपी न्यूज़ की टीम के साथ यूपी पुलिस ने बदसलूकी की. पुलिस ने पहले तो एबीपी न्यूज़ की टीम को गांव में जाने से रोका, फिर कैमरे का वायर निकालने की कोशिश की. एबीपी न्यूज़ की रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा ने जब पुलिस से पूछा कि किसके आदेश से उन्हें रोका जा रहा है तो पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की. बाद में ABP न्यूज़ रिपोर्टर को पुलिस गाड़ी में जबरन बैठाकर ले गई. पुलिस की बदसलूकी का आलम यहीं नहीं रुका और एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाता को चोर तक कह दिया.