Uttarakhand News: केदारनाथ (Kedarnath) धाम की यात्रा शुरू होने में भले ही अभी एक माह का समय शेष रह गया है, लेकिन केदारघाटी के अधिकांश होटल एवं लॉज एडवांस में बुक हो चुके हैं. केदारघाटी के होटल-लॉजों को पचास प्रतिशत से अधिक की बुकिंग मिल चुकी है. यात्रियों ने होटल-लॉज मई और जून माह तक के लिए बुक करा दिए हैं. ऐसे में पिछले दो वर्षों से कोरोना (Corona) महामारी के कारण बेरोजगारी की मार झेल रहे होटल, लॉज और अन्य व्यवसायी बेहद खुश नजर आ रहे हैं.
कोरोना का रहा असर
कोरोना महामारी का केदारनाथ यात्रा पर बुरा असर पड़ा है. केदारघाटी की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी केदारनाथ यात्रा पर निर्भर है. छह माह चलने वाली यात्रा के दौरान केदारघाटी के लोग होटल, लॉज, डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चर, पंडिताई सहित अन्य रोजगार के जरिए अपनी आजीविका का संचालन करते हैं. कुछ वर्षों तक केदारनाथ धाम की यात्रा पर 16-17 जून 2013 की आपदा का साया पड़ा. आपदा के कुछ वर्षों बाद स्थिति सामान्य होने लगी और यात्रा पटरी पर लौटने लगी, लेकिन इस बीच कोरोना महामारी ने यात्रा को चैपट कर दिया और हजारों लोग बेरोजगार हो गए.
कहां बुक हुए होटल
दो वर्षों तक यात्रा न चलने के कारण होटल और लॉज सहित अन्य व्यवसायी जहां अपने परिवार का पेट तक नहीं पाल पा रहे थे. वहीं बैंक ऋण, विद्युत एवं पानी का बिल तक नहीं भर पा रहे थे. मगर अब स्थिति धीरे-धीरे बदलने लगी हैं. दो वर्षों बाद यात्रा के दोबारा पटरी पर लौटने के आसार नजर आ रहे हैं. मई और जून माह तक केदारघाटी के गुप्तकाशी, शेरसी, फाटा, सोनप्रयाग, सीतापुर, गौरीकुंड एवं केदारनाथ धाम के होटल-लॉजों की एडवांस बुकिंग मिल चुकी हैं. केदारघाटी होटल एसोसिएशन के सचिव नितिन जमलोकी एवं होटल व्यवसायी कमलेश भट्ट ने बताया कि दो वर्ष से होटल-लॉज व्यवसायी काफी परेशान थे. वह बैंक का ऋण तक नहीं दे पा रहे थे, लेकिन इस बार स्थिति बदल रही हैं. एडवांस में होटल की बुकिंग मिलना शुरू हो गई हैं, जिससे यहां के व्यवसायियों में बेहद खुशी है.
क्या बोले अधिकारी
जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि जनपद में स्थित सभी पर्यटक आवास केंद्र मई और जून माह के लिए बुक हो चुके हैं. केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित होटल-लॉजों की बुकिंग भी शुरू हो गई हैं. यात्रियों को सुविधाएं देने के लिये प्रशासन की ओर से बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार तीर्थयात्रियों को केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग में पैरों की मसाज की सुविधा भी दी रही है. जिससे यात्री पैदल चलने के बाद राहत महसूस कर सके. उन्होंने बताया कि पैरों की मसाज के लिए युवाओं को ट्रेनिंग दी गई थी. अब इन युवाओं के जरिये यात्रियों को सुविधाएं दी जायेंगी. उन्होंने कहा कि होटल व्यापारियों को पंजीकरण करने के लिए भी कहा गया है, जिससे सुव्यवस्थित तरीके से केदारनाथ यात्रा संचालित हो सके.
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