Advocate Protest in Basti: बस्ती में वकीलों के न्यायिक कार्य से दूरी बनाने का खामियाजा मुवक्किलों को भुगतना पड़ रहा है. 151 से लेकर धारा 24 तक के मामले का निस्तारण करने में काफी समस्या हो रही है. गांव देहात से अदालत आने वाले ग्रामीणों को मायूस लौटना पड़ रहा है. पिछले महीने हापुड़ की घटना के बाद वकील लगातार धरना प्रदर्शन कर आक्रोश जता रहे हैं. आज बाइक रैली निकाल कर वकीलों ने विरोध जताया. बाइक रैली में हजारों वकील शामिल हुए. न्याय मार्ग होते हुए रोडवेज पहुंचने के बाद शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर वकीलों ने माल्यार्पण किया. माल्यार्पण करने के बाद बाइक रैली जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची.


हापुड़ की घटना के विरोध में वकीलों ने निकाली बाइक रैली


वकीलों ने एडीएम कमलेश चंद्र को ज्ञापन के जरिए हापुड़ की घटना का मुद्दा उठाया. उन्होंने एडवोकेट प्रोटेक्शन बिल लागू करने की सरकार से मांग की. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 22 दिनों से हड़ताल चल रही है. सरकार केवल लोगों को लोलीपॉप देने का काम कर रही है. आश्वासन का सार्थक परिणाम नहीं निकल रहा. शासन के प्रतिनिधि मांग पूरा किए जाने का लिखित आश्वासन नहीं दे रहे हैं. वकीलों की मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन चलता रहेगा. आज बाइक रैली के जरिए प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन लगातार चलता रहेगा.


यूपी एडवोकेट प्रोटेक्शन लागू करने की उठाई जोरदार मांग 


प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि लाठीचार्ज में घायल हापुड़ के वकीलों को मुआवजा दिया जाए. उत्तर प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए. उन्होंने सवाल उठाए कि राजस्थान में लागू हो सकता है तो उत्तर प्रदेश में क्या दिक्कत है. वकीलों की मांगों में हापुड़ की घटना का इंसाफ भी शामिल है. बता दें कि सरकार के निर्देश पर एएसपी मुकेश चंद्र वर्मा, सीओ सिटी अशोक कुमार सिसोदिया और हापुड़ नगर एसएचओ सत्येंद्र प्रकाश सिंह का जिले से तबादला कर दिया गया है. तीनों पुलिस अधिकारियों पर एक्शन उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद हुआ. 


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