Prayagraj Afghani Students Pain: संगम नगरी प्रयागराज में भी कई अफगानी छात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी व दूसरे संस्थानों में पढ़ाई करने के लिए रह रहे हैं. प्रयागराज की शुआट्स यूनिवर्सिटी में इस समय अफगानिस्तान के 9 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें से तीन छात्र अभी कैंपस में ही हैं. तीनों छात्रों का पिछले कई दिनों से अफगानिस्तान में रह रहे अपने परिवार वालों से संपर्क नहीं हो पाया है. इससे यह छात्र काफी परेशान हैं और भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. प्रयागराज में रहने वाले अफगानी स्टूडेंट्स का कहना है कि भारत समेत दूसरे शांतिप्रिय देशों को इस मामले में दखल देना चाहिए. यह अफगानी छात्र अपने परिवार वालों के साथ ही अफगानिस्तान के हालात को लेकर भी काफी फिक्रमंद हैं.
अपने मुल्क के हालात खराब होने के लिए यह छात्र पाकिस्तान को ज्यादा जिम्मेदार मानते हैं. छात्रों का यह भी मानना है कि अफगान का मीडिया तालिबान के दबाव में हैं और सही जानकारियां सामने नहीं ला रहा है. वहां के राष्ट्रपति के साथ इन छात्रों को जबरदस्त हमदर्दी है. प्रयागराज की शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी में शफी उल्ला स्टेनिकजई एमटेक की पढ़ाई कर रहे हैं. नवाजिश रिजाई एग्रोनामी में एमएससी कर रहे हैं, जबकि जाकिर उल्ला फजली इन्वायरमेंटल साइंस में पीएचडी कर रहे हैं. यह तीनों स्टूडेंट 2019 से यहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं.
परिवार वालों से संपर्क ना हो पाने की वजह से छात्र मानसिक तनाव में हैं
काबुल पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से यह छात्र बेहद परेशान हैं. यह लगातार अपने परिवार वालों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अभी तक किसी का भी कोई संपर्क नहीं हो पाया है. परिवार वालों से संपर्क ना हो पाने की वजह से छात्र मानसिक तनाव में हैं. पिछले चार-पांच दिनों से यह ना तो ठीक से सो पा रहे हैं और ना ही कुछ खा रहे हैं. संस्थान के इंटरनेशनल एजुकेशन सेंटर के डायरेक्टर प्रोफेसर इम्तियाज और इंटरनेशनल हॉस्टल के वार्डन मोहम्मद माजिद के मुताबिक अफगानी छात्रों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है. उनका डिप्रेशन दूर करने की कोशिश की जा रही है. उन्हें हर तरीके की मदद मुहैया कराने का भरोसा दिलाया जा रहा है. इन दोनों का कहना है कि अफगानी छात्रों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी और उनकी हर मुमकिन मदद की जाएगी. संस्थान खुद भी अफगानी एंबेसी के संपर्क में हैं.
प्रयागराज में रहने वाले यह अफगानी छात्र अपने मुल्क के हालात को लेकर भले ही फ़िक्रमंद हो, लेकिन उनका यह कहना है भारत में वह खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्हें यहां किसी तरीके का कोई डर व खतरा नहीं है. वह यह भी चाहते हैं कि अफगानिस्तान में हालात सही नहीं होने पर जो लोग भारत में शरण लेना चाहते हैं, सरकार को उन्हें मदद मुहैया करानी चाहिए. प्रयागराज में शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी के साथ ही इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में भी कई अफगानी छात्र रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. हालांकि यूनिवर्सिटी में रह कर पढ़ाई करने वाले छात्र डर की वजह से कैमरे पर मीडिया के सामने नहीं आना चाहते.
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