इस हत्याकांड के बाद लखनऊ और पूर्वांचल में हो सकती है गैंगवार की घटना, बेफिक्र नजर आ रहे हैं कमिश्नर डीके ठाकुर
पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के बाद पूर्वांचल समेत राजधानी लखनऊ में गैंगवार की घटना भी सामने आ सकती है. अजीत सिंह की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और कमिश्नर डीके ठाकुर के बेफिक्र नजर आते हैं.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के हटाए जाने के बाद डीके ठाकुर को लखनऊ का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था. लेकिन, पुलिस कमिश्नर का चार्ज संभालते ही राजधानी में अपराधियों ने पुलिस के नाक के नीचे तांडव शुरू कर दिया. डीके ठाकुर ने जब लखनऊ का चार्ज संभाला उसके बाद से हत्या, लूट, डकैती की घटनाएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं. लेकिन, डीके ठाकुर की नजर में हत्या, लूट, डकैती जैसी घटनाएं आम हैं.
बेखौफ हैं बदमाश ताजा मामला थाना क्षेत्र के कठौता चौराहे का है. जहां पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर दर्जनों राउंड फायर करके बदमाश फरार हो जाते हैं. गोलीकांड की घटना में पूर्व ब्लॉक प्रमुख की मौके पर ही मौत हो जाती है. वहीं, पूर्व ब्लाक प्रमुख का साथी गंभीर रूप से घायल हो जाता है. घायल अवस्था में उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. रास्ते से गुजर रहे एक डिलीवरी ब्वॉय को भी गोली लग जाती है जिसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया जाता है.
गोलीकांड जैसी घटनाएं आम हैं बता दें कि, लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र के कठौता चौराहे पर बेखौफ बदमाशों ने दर्जनों राउंड फायर किए जिसमें से 3 लोगों को गोली लगी है. एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई. गोलीकांड की इस घटना में मरने वाले मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह बताए जा रहे हैं. वहीं, उनका साथ ही गंभीर रूप से घायल है जिसको लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लेकिन, सबसे हैरानी वाली बात ये है कि सरेआम इस तरीह की घटना को अंजाम देकर बदमाश फरार हो जाते हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है. हर बार की तरह इस बार भी लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि गोलीकांड जैसी घटनाएं आम हैं. जनता का प्रतिनिधित्व करने वाले मऊ जिले के ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और कमिश्नर डीके ठाकुर के बेफिक्र नजर आते हैं.
अपराधी कब होंगे गिरफ्तार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरी इसलिए लागू की थी ताकि अपराध और अपराधियों के पर नियंत्रण किया जा सके. लेकिन अपराधियों के आगे लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट नतमस्तक नजर आती है. जिसका कारण पुलिस के आला अधिकारी हैं जिनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है. जब वो खुद कहते हैं कि गोलीकांड जैसी घटनाएं आम हैं तो ऐसे में सुरक्षा की उम्मीद बेमानी ही है. हालांकि, मामले को लेकर घटनास्थल पर लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के साथ ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर अपराध नीलाब्जा चौधरी मौके पर पहुंचे हैं. फिलहाल देखने वाली बात ये होगी कि दर्जनों राउंड फायर करने वाले अपराधियों को पुलिस कब गिरफ्तार कर पाती है.
गैंगवार की घटना भी सामने आ सकती है बता दें कि, सूत्रों के मुताबिक अभी तक जो खबर सामने आ रही है उसमें ये कहा जा रहा है कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के बाद पूर्वांचल समेत राजधानी में गैंगवार की घटना भी सामने आ सकती है. अजीत सिंह लगातार जनता के बीच में रहकर उनकी समस्या का निदान करने के लिए जाने जाते थे. लेकिन, पुलिस की सुस्ती और तंदुरुस्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राजधानी में बेखौफ बदमाशों ने दर्जनों राउंड फायर किए और ब्लॉक प्रमुख को मौत के घाट उतारकर फरार हो गए.
भयभीत है आम जनता डीके ठाकुर हर दिन किसी ना किसी थाने का निरीक्षण करते हैं उसके बावजूद अगर इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं तो पुलिस कमिश्नर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है. ऐसे में आम जनता के मन में भी एक भय का माहौल बन गया है कि राजधानी में अगर ब्लॉक प्रमुख सुरक्षित नहीं है तो आम जनता की क्या बात की जाए.
ये भी पढ़ें: