Azam Khan News: सपा नेता आजम खान (Azam Khan) और उनके परिवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आजम की विधायकी जाने के बाद अब उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) की विधायकी पर भी खतरा मंडराने लगा है. हाल ही में मुरादाबाद (Mordabad) की छजलैट थाने में चल रहे एक मामले में अब्दुल्ला आजम को कोर्ट (MP MLA Court) ने दो साल की सजा सुनाई है. जिसके बाद बीजेपी (BJP) विधायक आकाश सक्सेना (Akash Saxena) ने प्रमुख सचिव विधानसभा को पत्र लिखकर स्वार सीट (Suar Seat) खाली घोषित करने की मांग की है.
मुरादाबाद एमपी एमएलए कोर्ट ने इस मामले में आरोपित 9 अभियुक्तों में से 7 को बरी कर दिया जबकि आजम खान और अब्दुल्ला आजम को दोषी करार दिया और उन्हें 2-2 साल की सजा सुनाई है. ऐसे में अब अब्दुल्ला आजम की विधायकी पर तलवार लटक रही है. वहीं बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने इस मामले में प्रमुख सचिव विधानसभा को पत्र लिखा है जिसमें अब्दुल्ला आजम को कोर्ट से मिली 2 साल की सजा का हवाला देते हुए स्वार विधानसभा सीट को रिक्त घोषित करने की मांग की है. जिसके बाद अब एक बार फिर रामपुर में स्वार विधानसभा सीट पर चुनाव की घोषणा हो सकती है.
बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने लिखा पत्र
मुरादाबाद के एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा आजम खान और अब्दुल्ला आजम को सजा के एलान के बाद बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने कहा कि सत्य की हमेशा जीत होती है. अदालत ने जो फैसला दिया है वो अपने आप में ऐतिहासिक है. देश में ये पहला ऐसा मामला साबित होगा जहां पर एक ही विधायक की दो बार विधायक बनने के बाद दोनों बार कोर्ट ने ही उनकी विधायकी को छीना हो. सत्य की हमेशा जीत होती आई है और आगे भी सत्य की ही जीत होगी.
आकाश सक्सेना ने कहा कि हमने प्रमुख सचिव विधानसभा को पत्र लिखा है, कि कोर्ट के फैसले का संज्ञान लेते हुए अब्दुल्ला आजम की स्वार सीट को रिक्त किया जाए और आगे की जो प्रक्रिया है उसको आरंभ किया जाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी हर स्थिति में चुनाव के लिए तैयार रहती है. अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या रामपुर विधानसभा सीट के बाद स्वार विधानसभा सीट पर भी सपा का वर्चस्व खत्म होगा या आजम खान इस सीट को बचाने के लिए कुछ कर पाएंगे या नहीं.
ये भी पढ़ें- UP Politics: अनुप्रिया पटेल को लगा बड़ा झटका, 2024 में हो सकता है नुकसान, बेहद गंभीर हैं आरोप