बॉलीवुड में एक दौर ऐसा भी था जब अमिताभ बच्चन को लोग उन्हें फ्लॉप हीरो को तमगा दे चुके थे। 12 फिल्में फ्लॉप हो चुकी थीं और इन फिल्मों ने बॉम्बे टू गोवा और आनंद जैसी फिल्मों की शोहरत पर पानी फेर दिया था। जब उस जमाने की तमाम हीरोइनों ने अमिताभ बच्चन के साथ काम करने से इंकार कर दिया तो उनके साथ आई थीं उनकी खास सहेली जया भादुड़ी, जिन्होंने इसके बाद जीवन भर अपने इस रीयल लाइफ हीरो का साथ नहीं छोड़ा।



आपको बता दें, फिल्म जंजीर में पहले धर्मेंद्र को लिया गया था लेकिन उनकी वजह से जंजीर काफी लंबे समय तक अटकी रही। वहीं आपको पता होगा कि ये फिल्म देव आनंद से लेकर राजकुमार और दिलीप कुमार तक का चक्कर लगाकर अमिताभ बच्चन की झोली में गिरी थी।



देव आनंद को फिल्म में अपने ऊपर चार पांच गाने चाहिए थे, प्रकाश मेहरा इसके लिए तैयार नहीं हुए। राजकुमार चाहते थे फिल्म मद्रास में शूट हो। प्रकाश मेहरा ने अपनी कहानी का शहर बदलने से इंकार कर दिया। दिलीप कुमार को तो फिल्म के हीरो का किरदार ही नहीं जमा। अमिताभ बच्चन की एक फिल्म उन्हीं दिनों रिलीज हुई थी बॉम्बे टू गोवा। फिल्म जंजीर में धर्मेंद्र, मुमताज के अलावा जो तीसरे कलाकार साइन हुए थे, वो थे प्राण। लेकिन मुमताज ने ये फिल्म ये कहते हुए छोड़ दी कि वो शादी करने की योजना बना रही हैं और शूटिंग के लिए तारीखें नहीं दे सकतीं।



फिल्म जंजीर को बनाने में भी प्राण का ही सबसे बड़ा योगदान रहा। धर्मेंद्र और मुमताज के फिल्म छोड़ देने के बाद भी प्राण ने प्रकाश मेहरा का साथ नहीं छोड़ा। ये इसके बावजूद कि इस फिल्म को छोड़ने पर मनोज कुमार ने उन्हें दो फिल्में देने का लालच भी दिया था। प्राण जुबान के पक्के इंसान आखिर तक कायम रहे।




फिल्म जंजीर में कुल पांच गाने हैं। इनमें से तीन गाने तो सुपर डुपर हिट रहे। चौथा गाना ‘दिलजलों का दिल जला के’ भी खूब बजा जिसे लिखा था फिल्म के निर्देशक प्रकाश मेहरा ने। फिल्म जंजीर में संगीत दिया था कल्याण जी आनंद जी ने। फिल्म के गाने रेडियो पर तो खूब बज रहे थे लेकिन इनके रिकॉर्ड्स ढूंढ़ने में लोगों को खूब परेशानी हुई। गानों के कैसेट्स बनने भी तब बस शुरू ही हुए थे भारत में और कहते हैं कि उसी साल रिलीज हुई एक और सुपरहिट फिल्म के संगीतकारों ने बाजार से फिल्म जंजीर के सारे रिकॉर्ड्स और कैसेट्स उठवा लिए थे।



फिल्म जंजीर के लिए अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार नामांकन भी मिला लेकिन ये अवॉर्ड उस साल गया ऋषि कपूर की झोली में फिल्म बॉबी के लिए। अमिताभ बच्चन को इस साल फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का पुरस्कार मिला था फिल्म नमक हराम के लिए। अमिताभ बच्चन तब से लेकर अब तक तमाम फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं।