कानपुर के बाद कन्नौज में पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी जारी, दो-तीन दिन तक जारी रहेगी कार्रवाई- सूत्र
पीयूष जैन के कन्नौज वाले घर में इनकम टैक्स और जीएसटी इंटेलिजेंस विभाग की छापेमारी चल रही है. कानपुर से 177 करोड़ की बरामदगी के बाद अब कन्नौज के घर पर सबकी नजर है.
लखनऊ: इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज वाले घर में इनकम टैक्स और जीएसटी इंटेलिजेंस विभाग की छापेमारी चल रही है. कानपुर से 177 करोड़ की बरामदगी के बाद अब कन्नौज के घर पर सबकी नजर है कि यहां से नोटों का कितना बड़ा खजाना निकलने वाला है. फिलहाल कन्नौज वाले घर से अबतक क्या बरामद हुआ है, इसकी कोई जानकारी नहीं है. क्योंकि कन्नौज के जैन स्ट्रीट इलाके की तंग गलियों में कारोबारी पीयूष जैन का ये जो घर बना है. उसमें जीएसटी और इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी अब भी बंद नहीं हुई है. सबसे बड़ी खबर तो ये है कि 177 करोड़ के नोट मिलने के बाद भी ये छापेमारी अभी 2-3 दिनों तक और चलने वाली है. अभी भी घर के एक गेट को छोड़कर बाकी सभी दरवाजे सील हैं. हर गेट पर CGST एक्ट 2017 के सेक्शन 67 का जिक्र करते हुए सील करने का नोटिस चस्पा है.
चर्चा का विषय बनी छापेमारी
यूपी चुनाव से पहले ये छापेमारी यूपी में चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है. इस घर से कितनी दौलत और निकलेगी ये जानने की दिलचस्पी यूपी के आम जन से लेकर नेताओं तक में है. लिहाजा इस घर के बाहर एबीपी न्यूज की टीम भी लगातार तैनात है. कल शाम भी घर के भीतर से तोड़फोड़ की आवाजें सुनाई दे रही थीं. जानकारी के मुताबिक जहां-जहां नोट छिपाए गए हैं उन जगहों को तोड़ा जा रहा है. इन्कम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने पीयूष जैन के दोनों बेटे प्रत्यूष जैन और मोलू जैन को भी घर के अंदर लेकर आई और उनसे पूछताछ हो रही है.
कितना पैसा मिला इसकी जानकारी नहीं
पीयूष जैन के दोनों बेटों के साथ घर के अलग-अलग कमरे की तलाशी ली जा रही है. पीयूष जैन के परिवारवाले को लेकर जीएसटी इंटेलिजेंस के अधिकारी घर से निकलकर पीछे के हिस्से में गए. हाथ में एक पैकेट था जिसमें ढेर सारी चाबियां रखी हुई थीं. इन चाबियों से पीछे का दरवाजा खोलने की कोशिश हुई लेकिन गेट का एक ताला नहीं खुल सका. फिलहाल नोट गिनने वाले पीयूष जैन के खजाने का खुलासा करने वाले अधिकारी ये बताने को तैयार नहीं कि अब तक कितना पैसा मिला है. सूत्रों के मुताबिक खबर ये भी है कि घर के अंदर कुछ लॉकर तो काफी मजबूत हैं जिनकी चाबी भी नहीं मिल रही. लिहाजा उसे गैस कटर से काटने की कोशिश भी की जाएगी और तब पता नहीं उस लॉकर से कितना धन निकलेगा.
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