Haridwar: विदाई के बाद सीधा LLB का पेपर देने कॉलेज पहुंचा दूल्हा, गाड़ी में दुल्हन ने किया इंतजार
Haridwar Marriage: प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी का कहना है कि शादी के जोड़े में जिस छात्र ने पेपर दिया. उसका एलएलबी का पांचवे सेमेस्टर का पेपर था. अगर पेपर छोड़ दिया जाता तो एक साल खराब हो जाता.
Haridwar News: हरिद्वार (Haridwar) में एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला है, जहां एक दूल्हा विदाई के बाद सीधा एलएलबी का पेपर देने कॉलेज पहुंचा और उसकी दुल्हन बाहर गाड़ी में इंतजार करती रही. परीक्षा खत्म होते ही दूल्हा जब बाहर आया तो दुल्हन के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान देखने को मिली क्योंकि उसके दूल्हे ने अपने नए जीवन के साथ ही अपने भविष्य की चिंता करते हुए एलएलबी का पेपर दिया.
हरिद्वार श्यामपुर कांगड़ी गाजीवाला के रहने वाले तुलसी प्रसाद कि रविवार को हरियाणा के हिसार में शादी हुई थी. मगर एलएलबी का पेपर होने की वजह से विदाई के बाद घर ना जाकर पहले एलएलबी का पेपर देने पहुंचा. तुलसी प्रसाद का कहना है कि रविवार को हिसार में मेरी शादी हुई. मगर सोमवार को एलएलबी का पेपर था, अगर सीधा घर जाते तो हमें देर हो जाती इसलिए में सीधा पेपर देने कॉलेज आया. शादी के रीति रिवाज अब घर जाकर पूरे किए जाएंगे. इनका कहना है कि शादी के जोड़े में पेपर देने पर मुझे कुछ अजीब तो लगा, मगर पेपर देना भी जरूरी था.
शादी के जोड़े में ही पेपर देने पहुंचा दूल्हा
पूर्णानंद तिवारी लॉ कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी का कहना है कि शादी के जोड़े में जिस छात्र ने पेपर दिया. उसका एलएलबी का पांचवे सेमेस्टर का पेपर था. अगर पेपर छोड़ दिया जाता तो उनका एक साल खराब हो जाता, इसलिए इन्हें शादी के कपड़ों में पेपर देने की परमिशन दी गई क्योंकि शादी के बाद अपने घर ना जाकर तुलसी प्रसाद सीधा कॉलेज में पेपर देने पहुंचा. इनके द्वारा अपने नए जीवन की शुरुआत के साथ ही अपनी प्राथमिकता पहले पेपर को दी गई. यह काफी अच्छी बात है इनके साथ इनकी दुल्हन भी आई थी और गाड़ी में अपने दूल्हे का इंतजार करती रही.
तुलसी प्रसाद ने शादी के बंधन में बंधने के बाद अपने नए जीवन की शुरुआत की है. मगर भविष्य की चिंता करते हुए पहले एलएलबी का पेपर देने कॉलेज पहुंचे तुलसी प्रसाद की इस कदम की सराहना सभी लोगों द्वारा की गई, क्योंकि तुलसी प्रसाद अपने नए जीवन के साथ ही अपने भविष्य को भी उज्जवल बनाने के लिए इस पेपर को देने पहुंचे थे.
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