Uttrakhand News : उत्तराखंड के हल्द्वानी में महंगाई (Inflation) ने किसानों के साथ ही पशुपालकों की भी कमर तोड़ दी है. भूसा महंगा हो जाने के कारण पशुपालकों के सामने यह प्रश्न खड़ा हो गया है कि वे अपने पशुओं को क्या खिलाएंगे. हल्द्वानी (Haldwani) की ही तरह पौड़ी (Pauri) जिले में भूसे की कमी देखी गई है, जिसपर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन ने कालाबाजारी करने वालों पर छापेमारी का फैसला किया है.
इधर, हल्द्वानी में पशुपालकों का कहना है कि बीते वर्षों की तुलना में भूसा काफी महंगा हो गया है. पिछले तीन-चार वर्षों में भूसे की कीमत 500-600 रुपये प्रति क्विंटल रही है लेकिन इस साल इसकी कीमती सीधी दोगुनी यानी 1000 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है.
भूसे की सेल हुई कम- गौरव बिष्ट
बताया जा रहा है कि भूसा स्टोर से पशुपालक अपनी मांग के हिसाब से भूसा खरीदते हैं. इस बार भूसा उत्तराखंड से बाहर जा रहा है जिससे उत्तराखंड में भूसे की सप्लाई कम हो गई है और भूसा खरीदना महंगा हो गया है. भूसे का व्यवसाय करने वाले गौरव बिष्ट ने कहा, ' पिछले सालों में प्रतिदिन 60 से 70 क्विंटल भूसा बिक जाता था लेकिन इस साल भूसे की सेल भी कम हो गई है और रोजाना केवल 30 से 40 क्विंटल भूसा ही बड़ी मुश्किल से बिक पा रहा है.'
वहीं, एक ग्राहक संजय ने मौजूदा स्थिति के बारे में बताया, ' भूसे की कीमत आज 1000 से 1100 प्रति क्विंटल हैं। और हल्द्वानी से कुमाऊं के अन्य हिस्सों में भूसा पहुंचाने का खर्चा अलग है, लिहाजा महंगाई के दौर में पशुओं को पालना भी बहुत मुश्किल हो गया है.'