बरेली, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही गायों की मौतों पर सख्त रुख दिखा रहे हों, लेकिन प्रदेश में गोवंशों की मौत का सिलसिला थमता नहीं नजर आ रहा है। यूपी में अलग-अलग जिलों से गाय की मौतों की खबरें आ रही हैं। ताजा मामला बरेली का है, जहां पिछले 4 महीने में कान्हा उपवन में 125 गायों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, पूरे मामले की शिकायत मेयर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कर दी है।



चार महीने में 125 गायों की मौत पर हड़कंप


करोड़ो रुपयों की लागत से बनकर तैयार हुआ बरेली के कान्हा उपवन का उद्घाटन खुद नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने किया था। उम्मीद थी कि अब जिले में कोई भी आवारा पशु सड़क पर घूमता नहीं दिखाई देगा और न ही भूख से किसी गौवंश की मौत होगी, लेकिन हुआ इसका उल्टा। इसी कान्हा उपवन में 4 महीनों के अंदर 125 गायों की मौत हो गई। इसका खुलासा मेयर उमेश गौतम ने किया। मेयर ने उन सभी मृत गायों के मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाकर इस बात का सबूत दे दिया कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में गायों की मौत कैसे हो गई। ये सभी प्रमाण पत्र नगर स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा बनाए गए हैं।



मेयर का गंभीर आरोप


मेयर का कहना है कि नगर निगम में इन दिनों भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां गायों को पकड़कर लाया जाता है और छोड़ने के नाम पर जुर्माने के अलावा मोटी रकम भी वसूली जाती है। जब इस बात का हमने विरोध किया तो हमारे और पार्षदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई। मेयर का कहना है कि उन्होंने पूरे प्रकरण की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी दे दी है। मेयर ने गायों की मौत के लिए अफसरों के खिलाफ सीएम से कार्रवाई की मांग की है।



'मेयर के सभी आरोप निराधार' 


वहीं, इस मामले में आईएएस नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन का कहना है कि मेयर के सभी आरोप निराधार है। उनके पास कोई सबूत नहीं हैं। नगर आयुक्त का कहना है कि मैं, डीएम और सीडीओ अक्सर कान्हा उपवन की विजिट करते रहते है। वहां पर एक डॉक्टर जानवरों की जांच के लिए रोजाना जाते हैं। उनका कहना है कि गाय को लेकर सीएम काफी सख्त हैं और कुछ दिनों पहले ही सीएम ने इस मामले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की थी।



मेयर, 25 पार्षद समेत 50 पर मुकदमा दर्ज


बता दें कि बरेली के मेयर उमेश गौतम, 25 पार्षदों समेत 50 लोगों पर मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। बरेली में नगर स्वास्थ्य अधिकारी संजीव प्रधान का आरोप है कि सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी आदेश पर जबरन हस्ताक्षर कराने और अभद्रता करने के चलते ये मुकदमा दर्ज कराया गया है।


नगर निगम Vs मेयर


बरेली नगर निगम इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। मेयर और नगर आयुक्त की लड़ाई की वजह से शहर भर की सफाई व्यवस्था चौपट पड़ी हुई है, और बरसात में शहर की कई पॉस कॉलोनियों में भी इस बार पानी भर जा रहा है।



कई शहरों से गायों की मौत के मामले आए सामने


बता दें कि इससे पहले प्रयागराज से भी गायों की मौत की खबर सामने आई थी। जहां बीते दिनों गौशाला में सरकारी अमले की लापरवाही से 35 गायों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। प्रयागराज में हुई करीब 40 गायों की मौत पर सरकारी अमले का दावा है कि इन गायों की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है, जबकि स्थानीय लोग इन दावों को झुठला रहे हैं। प्रयागराज के अलावा कई इलाकों से गायों की मौत की खबरों ने प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है।