गोरखपुर: सात साल बाद एक बार फिर से गोरखपुर में किन्नर महासम्मेलन का आयोजन किया गया है. इस महासम्मेलन में पूरे देश से किन्नर समुदाय से जुड़े हुए लोग पहुंचे हैं. वे यहां पर अपने सुख-दुख एक दूसरे से बांटते हैं. इसके साथ ही इनके आपसी विवाद का भी निपटारा इस किन्नर सम्मेलन के जरिए किया जाता है. आज भी इनका कार्यक्रम पारंपरिक तरीके से ही होता है. चावल को केसर से रंग कर और चिट्ठी को डाक से भिजवाकर किन्नर समाज के लोगों को निमंत्रण भेजा जाता हैं.
किन्नरों ने निकाली कलश यात्रा
महासम्मेलन में किन्नरों ने पैदल कलश यात्रा निकालकर देश और समाज की भलाई के लिए प्रार्थना की. इस दौरान बड़ी संख्या में किन्नर नाचते-झूमते हुए शहर की सड़कों पर निकले. उन्हें देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई. गोरखपुर के पादरी बाजार में 2 से 13 मार्च तक आयोजित इस महासम्मेलन में शामिल होने के लिए देश भर से किन्नर आए हैं. पादरी बाजार स्थित एक मैरेज लॉन में आयोजन हो रहा है.
लोगों ने की पुष्प वर्षा
महासम्मेलन में किन्नर अपने समाज की समस्याओं के बारे में मंथन करते हैं. समाज की भलाई के लिए कामना भी करते हैं. किन्नरों ने समाज की सुख-समृद्धि की कामना को लेकर कलश यात्रा निकाली. झूमते-नाचते और जश्न मनाते इन किन्नर समुदाय के लोगों को देखने के लिए काफी संख्या में लोग यहां पहुंचे. दो किलोमीटर लंबी कलश यात्रा में किन्नर समाज के लोगों पर आम लोगों ने पुष्प वर्षा भी की और इनका आशीर्वाद लिया.
रहा पुलिस का बंदोबस्त
कलश यात्रा में किन्नर समाज के लोग बैंड-बाजे की धुन पर नाचते-झूमते और जश्न मनाते हुए निकले. पादरी बाजार से शुरू होकर कलश यात्रा करीब दो किलोमीटर तक गई. इस दौरान किन्नर समाज के लोगों ने गोड़धोइया पुल स्थित मजार पर मत्था टेका. अष्टभुजी दुर्गा माता मंदिर में पूजा और आरती भी की. कलश यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़क के किनारे जुट गए थे. रास्ते भर लोग कलश यात्रा के दृश्यों को मोबाइल कैमरे में कैद करते नजर आए. इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का बंदोबस्त भी रहा. ट्रैफिक पुलिस कलश यात्रा के रूट पर यातायात नियंत्रित करती दिखी.
कोरोना के खात्मे की प्रार्थना
किन्नरों ने कोरोना के जड़ से खत्म होने की कामना की. किन्नर समाज की महामंडलेश्वर किरण गिरी और इस कार्यक्रम की आयोजक प्रेम नायक किन्नर की तरफ से आयोजित इस महासम्मेलन में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, कलकत्ता, उत्तराखंड, गुजरात, बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किन्नर पहुंचे हैं. इस सम्मेलन के जरिए वो अपने यजमानों की सुख समृद्धि की कामना करते हैं और इस बार विशेष रूप से देश से कोरोना खत्म होने की प्रार्थना भी अपने देवता कर रहे हैं.
रहता है इंतजार
कार्यक्रम के आयोजक मंडल की सदस्य किरन किन्नर और प्रयागराज से आईं महामंडलेश्वर मातंगी माता किन्नर का कहना है कि इस कार्यक्रम का उनको सालों से इंतजार रहता है. सात साल बाद आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में वो जब अपने समाज के पूरे देश के लोगों से मिलती हैं, तो उन्हें काफी अच्छा लगता है. 11 दिन तक होने वाले इस कार्यक्रम में वो एक दूसरे से हुए गिले शिकवे भी मिटाती हैं और हर तरफ जश्न का माहौल रहता है. एक-दूसरे से रिश्ते जोड़ते हैं. इसके साथ ही खुशहाली की दुआ भी करते हैं.
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