Champawat By-Election: चंपावत उपचुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद पार्टियों ने कसी कमर, बीजेपी कर रही बड़ी जीत का दावा
Champawat: निर्वाचन आयोग ने चम्पावत विधानसभा सीट के उप चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है. जिसमें नामांकन 11 मई तक किया जाएगा. 17 मई को नाम वापसी की अंतिम तिथि रखी गई है. 31 मई को मतदान होगा.
Champawat By-Election 2022: चंपावत विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव के तारीख का ऐलान होते ही राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं. खासकर बीजेपी ने चंपावत सीट के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. तो वहीं कांग्रेस कैंडिडेट चयन की प्रक्रिया में फंसी है. इस सीट पर आम आदमी पार्टी भी अपनी दावेदारी कर रही है. आप का कहना है कि दमखम के साथ चंपावत का उप चुनाव लड़ा जाएगा.
सभी पार्टियां कर रही हैं जीत के दावे
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए यह महीना किसी परीक्षा से कम नहीं होने वाला है, क्योंकि खटीमा से चुनाव हारने के बाद भले ही उन्हें राज्य की कमान मिली है लेकिन उनके सामने अभी विधायक बनने की चुनौती है. हालांकि उनके ही पार्टी के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़कर एक बड़ा त्याग किया है. विपक्षी दलों ने चंपावत सीट पर घेराबंदी शुरू कर दी है. हालांकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के हाथ अभी खाली है और यह दावा हो रहा है कि एक मजबूत कैंडिडेट उतारकर कांग्रेस खटीमा का इतिहास दोहरायेगी. वहीं आप के नए प्रदेश अध्यक्ष दीपक वाली का कहना है कि आप चंपावत में दम खम के साथ चुनाव लड़ेगी.
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क्या रहा है चम्पावत का चुनावी इतिहास?
2002 से 2022 तक इस सीट पर तीन बार बीजेपी जीती,
जबकि 2 बार इस सीट पर कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल ने बाजी मारी
2002 में कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल जीते
2007 में बीजेपी प्रत्याशी बीना महाराणा जीती,
2012 में फिर से हेमेश खर्कवाल कांग्रेस के विधायक चुने गए
2017 और 2022 में लगातार दो बार बीजेपी के कैलाश गहतोड़ी जीते
2022 में चम्पावत में कुल 50.26 प्रतिशत वोट पड़े.
कैलाश गहतोड़ी ने कांग्रेस के हेमेश खार्कवाल को 5304 वोटों से हराया
कैलाश गहतोड़ी को 32,547 वोट मिले
जबकि हिमेश खर्कवाल को 27243 वोट मिले
कुल मतदाता -96016
पुरुष मतदाता-50057
महिला मतदाता -45959
बीजेपी कर रही बड़े अंतर से जीत का दावा
वहीं अगर बीजेपी की बात की जाए तो बीजेपी ने सीट खाली होने के बाद से ही चंपावत सीट पर अपनी घेराबंदी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री रोड शो कर चुके हैं और बीजेपी के कई नेता चंपावत सीट पर डेरा डाले हुए हैं. बीजेपी एक रणनीति के तहत इस बार कोई चूक नहीं करना चाहती. बीजेपी ने विधानसभा सीट के लिए प्रभारी से लेकर बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी है. इसके साथ ही बीजेपी के तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत सीट से भारी अंतर से जीत हासिल करेंगे.
चुनाव में है 25 दिन का वक्त
चंपावत उपचुनाव के लिए राजनीतिक दलों के पास तैयारी के लिए मात्र 25 दिन का वक्त है. कांग्रेस अभी प्रत्याशी के चयन में फंसी है तो दूसरी पार्टियों का कुछ पता नहीं है. लेकिन बीजेपी इस बार कोई चूक नहीं चाहती है इसलिए बीजेपी की रणनीति बड़े स्तर पर नजर आ रही है.
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