उत्तराखंड में तीन दिन तक हुई भारी बारिश के बाद बुधवार को मौसम खुल गया. मौसम साफ होने के बाद सभी श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली है. लगातार हो रहे बारिश के बाद अलग-अलग स्थानों पर भक्तों रूके हुए थे. जैसे ही मौसम साफ हुआ तीर्थयात्री सोनप्रयाग पहुंचने लगे और केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान किया. बुधवार सुबह प्रशासन की ओर से 12 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम भेजा गया. इस दौरान रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग के बीच हाईवे के कई जगहों पर यात्रियों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ा. इधर, बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी बाबा केदार के दर्शन किए.
भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा पर लगी थी अस्थाई रोक
बता दें कि मौसम विभाग के हाई अलर्ट के बाद तीन दिनों तक पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों में जमकर बारिश हुई. ऐसे में प्रशासन की ओर से केदारनाथ यात्रा पर अस्थाई रोक लगाई गई और तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे रहे. इस दौरान रात के समय तीर्थयात्रियों को रहने और खाने की काफी समस्या पैदा हुई. बुधवार को मौसम खुलते ही और चटक धूप आने पर तीर्थयात्रियों के चेहरे पर मुस्कान खिल गई और वे यात्रा पर निकल गए. यात्रा खुलते ही तीर्थयात्री जगह-जगहों से केदारनाथ धाम के लिए निकले. ऐसे में केदारनाथ हाईवे के कई जगहों पर राजमार्ग के संकरा होने से यात्रियों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ा. इस दौरान दो से तीन किमी तक लम्बा जाम लग गया और यात्री खासे परेशान रहे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने किए बाबा केदार के दर्शन
वहीं दूसरी पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी बाबा केदार के दर्शन किए. तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया, जिसका समाधान का भरोसा पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया. जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि बुधवार सुबह मौसम खुलने पर 12 हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए. इसके अलावा हेली सेवा के जरिये भी तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. अब तक केदारनाथ पहुंचने वालों का आंकड़ा 1 लाख 15 हजार के पार हो चुका है.
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