Mukhtar Ansari Death News: गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को गाजीपुर में उनके पैतृक गांव मोहम्मदाबाद में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है. उसके जनाजे में भारी संख्या में उनके समर्थक भी पहुंचे थे. इस दौरान प्रशासन को भीड़ संभालने में खासी दिक्कते भी उठानी पड़ी. मुख्तार को दफनाए जाने के बाद उनके भाई अफजाल अंसारी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि सब कुछ शांतिपूर्वक हो गया है. 


न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अफजाल अंसारी ने कहा, 'उनकी मिट्टी हो गई..फातिया हो गया है. इसका जो भी धार्मिक तरीका होता है पहले घर पर जनाजा आम जनता के दर्शन के लिए रखा गया. उसके बाद जनाजे की नमाज हुई और यहां पुरखों के कब्रिस्तान में उन्हें दफ़न किया गया हैं. 



समर्थकों की धक्का-मुक्की पर बोले अफजाल


अफजाल ने कहा कि, भीड़ बहुत थी..जिसकी वजह से कुछ दिक्कतें जरूर हुईं लेकिन धीरे-धीरे खैरियत से सबकुछ हो गया. समर्थकों की धक्का-मुक्की पर अफजाल ने कहा, वो मिट्टी आज दे ले..कल दे ले.. जब चाहे आकर फातिया पढ़ ले...मजार पर मिट्टी देने और फातिया पढ़ने पर कौन सी रोक है. लेकिन एक बार एक साथ जाकर हुल्लड़बाजी ठीक नहीं है.  


हुड़दंग करने वालों पर होगी कार्रवाई


दरअसल मुख्तार अंसारी के जनाजे को कब्रिस्तान में ले जाते समय समर्थकों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी थी, जिससे कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई थी. इस पर गाजीपुर के SP ओमवीर सिंह ने कहा कि, अब काफी लोग वापस लौट गए हैं और बाकी लोग धीरे-धीरे जा रहे हैं. जिन लोगों ने हुड़दंग करने का प्रयास किया है उनकी वीडियोग्राफी कर ली गई है. ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा जिनके द्वारा आचार-संहिता का उल्लंघन करके किसी तरह की नारेबाजी की गई है. उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.



वहीं डीआईजी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि चुनौती ये थी कि सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से अंतिम संस्कार में शामिल हो जाएं. जिसके लिए हमने आस-पास के कस्बों में तैनाती कर दी थी. परिजनों से संपर्क रखते हुए धार्मिक रिवाजों के साथ सुपुर्द-ए-खाक की कार्रवाई को पूरा करवाया गया है.


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