UP News: देशभर में सैन्य बलों में भर्ती की नई योजना 'अग्निपथ' (Agnipath Scheme) को लेकर विरोध प्रदर्शन अब शुरू हो चुका है. वहीं इस योजना को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. गुरुवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख ने ट्वीट किया. इसके अलावा बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) भी निशाना साधने में पीछे नहीं रहे. 


क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, "देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक और अनौपचारिक विषय नहीं है. ये अति गंभीर और दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है. सैन्य भर्ती को लेकर जो खानापूर्ति करने वाला लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है, वो देश और देश के युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए घातक साबित होगा.'अग्निपथ' से पथ पर अग्नि न हो."



इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट कर गुरुवार को सरकार की इस योजना पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, "सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लम्बित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली 'अग्निवीर' नई भर्ती योजना घोषित की है. उसको लुभावना और लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट और आक्रोशित है. वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं."


Agnipath Scheme: BJP सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखी चिट्ठी, इन सवालों का मांगा जवाब


मायावती ने कही ये बात
उन्होंने कहा, "इनका मानना है कि सेना और सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है. जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं और उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है."



महंगाई और बेरोजगारी पर बोलते हुए मायावती ने कहा, "देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और सरकार की गलत नीतियों और अहंकारी कार्यशैली आदि से दुखी-त्रस्त हैं. ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है. सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह मांग."



जयंत चौधरी की प्रतिक्रिया
वहीं जयंत चौधरी ने इस फैलसे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "2018 में 60,210 अर्ध सैनिक भर्ती निकली. 2021 में 55912 अभ्यर्थियों चयनित हुए. जब लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता, चिकित्सक जांच उत्तीर्ण करने वाले 1,09,552 में से पात्र चुन सकते थे. 4,298 पद खाली क्यों छोड़े? 10 लाख रोजगार का जुमला मत सुनाओ, पहले इन लंबित भर्तियों को पूर्ण करो." इससे पहले भी उन्होंने लिखा था कि अग्निपथ वन रैंक, नो पेंशन स्कीम है. 


ये भी पढ़ें-


Bulldozer Action in UP: यूपी में बुलडोजर कार्रवाई पर रोक नहीं, SC ने यूपी सरकार से मांगा हलफनामा