UP News: केंद्र सरकार ने एक तरफ जहां 'अग्निपथ' योजना (Agnipath Scheme) के तहत आवेदन की उम्र सीमा बढ़ाकर 23 साल किया है तो वहीं प्रदेश में कई जगहों पर छात्रों ने इस योजना को लेकर आज भी हंगामा किया. उधर, बीजेपी सांसदों (BJP MPs) का आरोप है कि विपक्षी छात्रों को बरगला रहे हैं. उनका कहना है कि जो दल बीजेपी से घृणा करते हैं वे अब छात्रों को इस मुद्दे पर भी भड़का रहे हैं. बीजेपी सांसदों ने छात्रों से अपील की है कि वे विपक्ष के हाथ की कठपुतली ना बनें.
'विपक्ष के बहकावे में आ रहे युवा'
लखनऊ में आज बीजेपी दफ्तर पर पार्टी के सभी सांसदों को बुलाया गया था. एबीपी गंगा ने 'अग्निपथ' को लेकर छात्रों के हंगामे और बवाल पर सवाल पूछा तो सत्ताधारी पार्टी सांसदों ने कहा कि छात्रों को पहले इस योजना को पूरी तरह से समझना चाहिए और उसके बाद अगर उन्हें कोई समस्या आती है तो सरकार से बात करनी चाहिए. बीजेपी के सांसदों ने यह भी कहा कि कहीं न कहीं छात्र विपक्ष के बहकावे में आ रहे हैं.
रवि किशन ने आंदोलन न करने की अपील की
गोरखपुर से सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) ने छात्रों से इस तरह के आंदोलन ना करने की अपील की. वहीं राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ निर्णय लिया है. चूंकि कोविड काल में 2 वर्षों तक नियुक्ति नहीं हो पाई थी इसलिए आयु सीमा को दो साल बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य सेना को आधुनिक और सुसज्जित करना है.
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'बीजेपी से नफरत करने वाले युवाओं को भड़का रहे'
बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि जो दल बीजेपी से घृणा और नफरत करते हैं वही छात्रों को भड़का रहे हैं जबिक राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद ने कहा कि पहले छात्रों को इसे समझना चाहिए. उन्हें विपक्ष के हाथ में नहीं खेलना चाहिए. इस योजना से छात्रों का भविष्य सुरक्षित होगा. केंद्र सरकार की कोशिश युवाओं को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध कराना है. छात्रों के विरोध के तरीके से आम लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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