आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में पंचायत चुनाव से पहले फरार 41 गैंगस्टर पुलिस के लिए सिरदर्द बने हैं. पंचायत चुनाव में ये गैंगस्टर पुलिस के लिए मुश्किल न खड़ी करें, इसलिए इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अभियान शुरू किया है. इसको लेकर आगरा एसएसपी बबलू कुमार ने अधिकारियों की मीटिंग भी ली.
पंचायत चुनाव से पहले पुलिस ने गांवों में अपना मूवमेंट बढ़ा दिया है. हिस्ट्रीशीटर और गैंगस्टर पर कार्रवाई भी शुरू की है. मगर, गैंगस्टर पर अभी पुलिस शिकंजा नहीं कस पा रही है. अभी तक ये हाथ नहीं आए हैं. एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि आगरा में फरार गैंगस्टर और संज्ञेय अपराध के वांछितों के मामले की समीक्षा की गई है. थाना स्तर पर अभियान चलाकर इन्हें जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं.
आगरा एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि लोकल इंटेलिजेंस यूनिट और थाना स्तर पर पुलिस ग्राम सभा के लेवल पर ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही है, जो पंचायत चुनाव में शांति व्यवस्था को भंग कर सकते हैं. इसके साथ ही ग्रामसभा स्तर पर दर्ज एनसीआर और एफआईआर में क्या प्रगति है, इसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है. साथ ही खुराफाती तत्वों की भी एक लिस्ट तैयार की जा रही है, जो पंचायत चुनाव से पहले या उसके दौरान गड़बड़ी कर सकते हैं.
पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस प्रशासन सख्त
पंचायत चुनाव के मद्देनजर वांछित और इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी के प्रयास भी तेज कर दिए गए हैं. वहीं सुप्रीम कोर्ट के स्तर पर गठित स्क्रीनिंग कमेटी के आधार पर थाना स्तर पर असलाहों का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है और ऐसे लोग जो सरकारी हथियारों का बेजा इस्तेमाल कर सकते हैं, उनके असलाहों को चुनाव से पहले ही जमा करा लिया जाएगा.
आगरा एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि आगरा के कुल थानों में से 31 थानों में चुनाव मुंशी को भी नियुक्त कर दिया है. साल 2015 में हुए पंचायत चुनाव के ब्यौरे को भी खंगाला जा रहा है किन-किन ग्रामीण क्षेत्रों में शांति भंग की आशंका ज्यादा रह सकती है. सभी सूचनाओं का थानेवार ब्यौरा इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि पंचायत चुनाव ठीक से निपट सकें.
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