ACP Sukanya Sharma: आगरा में रात को अचानक पुलिस कंट्रोल रूम में फ़ोन आया. फोन पर कोई महिला था, जिसने पुलिस से मदद मांगी. महिला ने कहा कि वो सुनसान सड़क पर अकेली है, यहां जाने का कोई साधन नहीं है क्या उसे मदद मिल सकती है. महिला के फोन पर तुरंत एक्शन हुआ और 9 मिनट में कंट्रोल रूम की टीम पहुंच और फिर जो मिला उसे देखकर पुलिस वालों की भी आँखें खुली रह गईं. सामने आगरा की एसीपी सुकन्या शर्मा थीं. जो रात में महिलाओं की सुरक्षा की जांच के लिए निकली थीं.
ताजनगरी आगरा रात में महिलाओं की सुरक्षा कैसी है. पुलिस अपनी ज़िम्मेदारी को ठीक से निभाती है या नहीं ये जाँचने के लिए खुद एसीपी सुकन्या शर्मा रात के अंधेरे में सादे कपड़ों में निकल गई. सफेद टी-शर्ट और काली जींस पहनकर वो ऑटो में सवार होकर अकेले आगरा की सड़कों पर घूमती रही. इस दौरान उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम डॉयल 112 पर कॉल किया और मदद मांगी.
आम महिलाओं की तरह कंट्रोल रूम में किया फोन
दरअसल नियमों के तहत रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच अगर आप किसी ऐसी जगह फंसे हैं जहां से वाहन नहीं मिल सकता है तो महिलाएं पुलिस से मदद मांग सकती है. इसी की जांच के लिए उन्होंने रात 11.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में फ़ोन किया और आम महिला की तरह कहा कि मैं सुनसान जगह पर हूँ प्लीज मेरी मदद करिए. जिसके बाद कंट्रोल रूम की ओर से जवाब आया कि आप परेशान मत होना मदद पहुंच रही है.
कंट्रोल रूम ने उनकी लोकेशन मांगी और पूछा कि आपको कहां तक जाना है. इस पर उन्होंने कहा कि वो आगरा कैंट रेलवे स्टेशन तक जा रही है. इसके बाद वहां से आवाज आई कि आप वहीं रहिए मदद पहुंच रही है. फोन के बाद सिर्फ 9 मिनट के भीतर वहां मदद पहुंच गई. पुलिस की टीम जब वहां पहुंची तो सामने एसीपी महिला अपराध सुकन्या शर्मा को देखकर हैरान रह गई.
सादे कपड़ों में ऑटो की सवारी
एसीपी सुकन्या ने इस दौरान न केवल ऑटो की सवारी की बल्कि ऑटो चालक से महिलाओं और युवतियों को होने वाली परेशानियों के बारे जानकारी ली. इस दौरान एसीपी सुकन्या शर्मा ने ऑटो चालक से कहा कि तुमने वर्दी और नेम प्लेट क्यों नहीं पहनी? जब महिला सवारी बैठती है तो किन बातों का ध्यान रखते हो?
इस दौरान एसीपी ने कहा कि उन्होंने डॉयल 112 पर मदद मांगी थी, जिस पर 9 मिनट के अंदर मदद मिली. पुलिस टीम का समय पर मदद देखकर अच्छा लगा.
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