Agra News: हिंसा के बाद से प्रशासन अलर्ट, आठ जिलों की पुलिस के साथ ADG ने की मीटिंग, Social Media पर भी नजर
आगरा (Agra) जोन की पुलिस (UP Police) पूरी तरह अलर्ट नजर आ रही है. सभी 8 जिलों की पुलिस की खुद एडीजी (ADG) जोन मीटिंग ले रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया (Social Media) सेल भी बारीक नजर रखे हुए हैं.
UP Violence: इस सप्ताह में आने वाले शुक्रवार के मद्देनजर आगरा (Agra) जोन की पुलिस (UP Police) पूरी तरह अलर्ट नजर आ रही है. सभी 8 जिलों की पुलिस की खुद एडीजी (ADG) जोन मीटिंग ले रहे हैं. कानपुर (Kanpur) और प्रयागराज (Prayagraj) समेत अन्य जिलों में जुमे के दिन हिंसा फैलने में कहां चूक हुई, इसको लेकर ADG की पुलिस अधिकारियों के साथ मंत्रणा जारी है. हिंसा फैलने में सोशल मीडिया (Social Media) का बड़ा रोल रहता है, इसलिए जोन लेवल के साथ ही रेंज और जिला लेवल पर गठित सोशल मीडिया सेल बारीक नजर रखे हुए हैं.
क्या बोले एडीजी?
एडीजी जोन राजीव कृष्ण का कहना है कि धर्मगुरुओं से लेकर समाज के प्रभावशाली लोगों से लगातार संवाद और समन्वय स्थापित किया जा रहा है. प्रयागराज की हिंसा में बच्चों को आगे किया गया. उसको लेकर एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने स्पष्ट कर दिया है कि जो लोग पर्दे के पीछे रहकर बच्चों और महिलाओं को आगे कर माहौल खराब करना चाहेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
क्या है तैयारी?
बीते शुक्रवार आगरा जोन के हाथरस और फिरोजाबाद में हिंसा देखने को मिली थी. इस हिंसा के बाद पुलिस की तरफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. सभी जिलों में जुमे वाले दिन सेक्टर स्कीम लागू रहेगी. पुलिस के साथ ही समानांतर मजिस्ट्रेट भी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए बलवा ड्रिल भी पुलिस लाइन में लगातार चल रही हैं.
UP Weather Forecast: यूपी में गर्मी के सितम से मिलने लगी राहत, जानें- आज और कल कहां-कहां होगी बरसात
साथ ही खुफिया पुलिस अपने खबरियों से दिन भर लगातार संपर्क में बनी हुई है. थानेवार भी ये निर्देश दिए गए हैं कि अपने-अपने थाना क्षेत्रों में ऐसे संदिग्ध लोगों की सूची बनाई जाए, जो माहौल खराब कर सकते हैं. इस बात की भी जानकारी इकट्ठी की जा रही है कि मुस्लिम बाहुल्य बस्तियों में अभी हाल ही में बाहर से रहने कौन आया है. जो बाहरी हैं उसके शहर में आने की क्या वजह है.
पत्थरबाजी की हुई घटना
संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि कहीं पत्थरों को छतों पर इकट्ठा ना किया गया हो. पिछले बीते दोनों शुक्रवार को जो पत्थरबाजी घटना हुई है. उसमें ये बात सामने आई है कि जानबूझकर पत्थरों का भंडारण किया गया था और हिंसा के वक्त इन्हीं पत्थरों से हमला कर माहौल सबसे ज्यादा बिगाड़ा गया. कुल मिलाकर आगामी शुक्रवार का दिन पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है. लेकिन आगरा जोन की पुलिस काफी अलर्ट नजर आ रही है.
ये भी पढ़ें-