लखनऊः उत्तर प्रदेश के आगरा में भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण (ASI) अब ऐसे स्मारकों की सुध भी ले रहा है, जहां पर्यटक कम आते हैं लेकिन ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. मुगलिया बादशाह हुमायूं की वैधशाला का भाग रहे ग्यारह सीढ़ी को संवारने का काम जल्द शुरू होने वाला है. एएसआई यहां संरक्षण कार्य कराने जा रहा है. यहां मुगलकालीन बावड़ी पर जाल लगाने के साथ ही फर्श और पाथवे को सुधारा जाएगा.


यहां लगे शिलालेख के मुताबिक हुमायूं खगोलीय विज्ञान में रुचि रखता था. इसलिए हुमायूं ने यहां अपनी वैधशाला बनाई थी. ग्यारह सीढ़ी स्मारक, ताजमहल और आगरा फोर्ट दोनों के बीच स्थित है और ऐसे में ग्यारह सीढ़ी स्मारक से दोनों पर्यटन स्थलों का अच्छे से देखा जा सकता है.


लगातार जर्जर हो रहे ग्यारह सीढ़ी स्मारक पर स्थित कुंए के ऊपर लोहे का जाल लगाकर उसे संरक्षित किया जाएगा. साथ ही असामाजिक तत्वों की रोक के लिए लोहे के एंगिल लगाकर फेंसिंग की जाएगी. पत्थरों के बदलाव के साथ ही पक्का पाथवे बनाया जाएगा. अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ग्यारह सीढ़ी के संरक्षण को टेंडर किया गया है. संरक्षण कार्य पर करीब साढ़े 14 लाख रुपये खर्च होंगे.


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