Lockdown in Agra कोरोना कैपिटल बनती जा रही है ताज नगरी...जिला प्रशासन के अफसरों पर गिर सकती है गाज
कोरोना संक्रमण आगरा में अपने पैर पसारता जा रहा है। जिला प्रशासन से राज्य सरकार संतुष्ट नजर नहीं आ रही है। खुफिया एजेंसिया लगातार प्रशासन को आगाह कर रही हैं
आगरा, नितिन उपाध्याय। आगरा में कोरोना संक्रमण नहीं थम रहा है। कोरोना कैपिटल बन चुके आगरा में आंकड़े बढ़कर 241 हो गए हैं। वहीं पारस हॉस्पिटल सबसे बड़ा मरकज बना हुआ है। जिले में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में आगरा में स्थिति बेकाबू होती जा रही है। वहीं, लगातार हो रहे लॉक डाउन उल्लंघन को लेकर देश की खुफिया एजेंसियां भी लगातार प्रशासन को आगाह कर रही हैं। लेकिन फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं। आगरा के भगवान टॉकिज पर सख्ती के बाद भी लोग बाहर निकल रहे हैं।
आपको बता दें कि देर रात कोरोना जांच रिपोर्ट में 45 नये पॉजिटिव केस आने से जिले में हड़कंप मच गया है। ताजनगरी में एक दिन में सामने आये ये मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। पारस अस्पताल एक बार फिर संक्रमण का एपिसेंटर साबित हुआ है। 21 नये मरीज इस अस्पताल से हैं। एसआर अस्पताल के 3 मरीज भी पॉजिटिव निकले हैं। पांच विशेष ग्रुपों के लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये। इसके अलावा 6 ऐसे मरीज सामने आये हैं, जो पुराने मरीजों के संपर्क से संक्रमित हुये। जिले में तीन पॉजिटिव हेल्थकेयर वर्कर्स भी कोरोना संक्रमित पाये गये।
आगरा में अब तक 24 स्थलों को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। 2465 लोगों की इन केंद्रों में ठहरने की व्यवस्था की गयी है। अब तक 523 लोगों को सरकार ने इंस्टीट्यूश्नल क्वारन्टीन किया है।
आगरा में अधिकारियों पर हो सकती है बड़ी कार्रवाई आगरा में बड़ी कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं, क्योंकि जिस तरीके से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस महामारी से लड़ने में लापरवाही बरती है और जो गैर पेशेवर रवैया रहा है, उसी का निरीक्षण करने आगरा आयी टीम ने कई खामियां पकड़ी हैं और वहीं कई अधिकारियों को भी इसके लिए जिम्मेदार माना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा में क्या कार्रवाई कर सकते हैं, ये आने वाला वक्त ही तय करेगा।