Agra News Today: आगरा में आयोजित एक सरकारी सम्मेलन में बीजेपी विधायक भड़क गए. दोनों बीजेपी विधायकों ने एक सुर में विभाग के अधिकारियों को खूब खरी खटी सुनाई. विधायकों की नाराजगी देख हड़कंप मच गया. इसके बाद अधिकारियों ने दोनों विधायकों को खूब मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उनका नारजगी देख आयोजकों के भी पसीने छूट गए.
दरअसल, आगरा के होटल ताज कन्वेक्शन में पंचायती राज विभाग का सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें जनप्रतिनिधि और विभाग के अधिकारी शामिल होने के लिए पहुंचे थे. पंचायती राज विभाग के सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
अधिकारियों के छूटने लगे पसीने
सम्मेलन के दौरान अचानक दो बीजेपी विधायकों की नाराजगी देखकर अधिकारियों के पसीने छूटने लगे. आगरा की फतेहपुर सिकरी सीट से विधायक चौधरी बाबूलाल के गर्म तेवर देख पंचायती राज विभाग के अधिकारी सकते में पड़ गए. विधायक चौधरी बाबूलाल के नाराजगी देखकर फतेहाबाद सीट से विधायक छोटेलाल वर्मा ने भी उनके सुर में सुर मिलाय और खूब खरी खोटी सुनाई.
दोनों बीजेपी विधायकों को मंच पर कुर्सी ना मिलने की वजह से नाराज हो गए थे. फतेहाबाद से विधायक छोटेलाल वर्मा ने तो यहां तक कह दिया की जो एक दो बार के विधायक हैं उन्हें मंच पर बैठाया हैं, मैं पांच बार का विधायक हूं, हमें मंच पर जगह नहीं दी गई और कार्यक्रम का बहिष्कार करने तक की बात कह दी.
मंच के सामने सोफे पर बैठे
इस घटना के बाद विधायकों को मनाने का सिलसिला शुरू हुआ. पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने दोनों विधायकों को समझाते हुए मामला शांत कराया और उन्हें मंच के सामने सोफे पर बैठा दिया. दोनों विधायकों का दर्द सिर्फ इतना था कि उन्हें मंच पर कुर्सी नहीं मिली थी, जबकि महिला जनप्रतिनिधियों को मंच पर जगह दे दी गई थी. जिसके बाद दोनों बीजेपी विधायक चौधरी बाबूलाल और छोटेलाल वर्मा भड़क उठे थे.
विधायकों ने कुर्सी ना मिलने को खुद का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि एक और दो बार के विधायक मंच पर हैं, जबकि हम पांच बार के विधायक हैं. इसके बावजूद हमें मंच पर नहीं बैठाया गया. गुस्से से आग बबूला दोनों विधायक कार्यक्रम की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए नजर आए.
दोनों विधायकों की नाराजगी पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि कुर्सी ना मिलने की वजह से विधायक गुस्से में आ गए थे. उन्होंने बताया कि मंच पर महिला विधायकों को जगह दे दी गई, क्योंकि वह आधी आबादी हैं. उसके बाद उन्हें नहीं भड़काना चाहिए था , मंच पर जगह न मिलने की वजह से विधायक भड़के उठे.
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