आगरा, एबीपी गंगा। आगरा के बस हाईजैक मामले में नया खुलासा हुआ है. बस हाईजैक के मामले में फिरोजाबाद के व्यापारी प्रदीप गुप्ता का नाम सामने आया है. जानकारी के मुताबिक दो एसयूवी गाड़ी से पहुंचे प्रदीप गुप्ता ने ही खुद को श्रीराम फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताया था. जिसके बाद प्रदीप गुप्ता यात्रियों को उतारकर बस इटावा की तरफ ले गया. अब इस मामले में पुलिस को प्रदीप गुप्ता की तलाश है.


जानकारी के मुताबिक बस मालिक अशोक अरोड़ा और प्रदीप गुप्ता के बीच पैसों का लेनदेन था. बीते 1 सप्ताह से प्रदीप गुप्ता अपनी रकम लेने के लिए अशोक अरोड़ा पर दबाव बना रहा था. इसके बाद जब प्रदीप गुप्ता को बस मालिक अशोक अरोड़ा के कोविड-पॉजिटिव होने का पता चला तो उसे अपनी रकम डूबती नज़र आई. जिसके बाद उसने रकम वसूली के लिए आगरा से बस को हाईजैकर कर लिया.


दरअसल, मंगलवार देर रात आगरा में एक सवारियों से भरी बस को कुछ लोगों ने अवैध तरीके से कब्जा कर लिया. बस में करीब 34 सवारियां थी. ये लोग बस चालक को सड़क पर छोड़ गए और बस लेकर चले गए. बस चालक ने इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी. इस बारे में पुलिस का कहना है कि बस को अवैध तरीके से कब्जा किया है. हालांकि, सभी सवारियां, ड्राइवर और स्टाफ सुरक्षित हैं. उल्लखेनीय है कि बस मालिक की एक दिन पहले ही कोरोना संक्रमण से मौत हुई है.


ये भी पढ़ेंः


यूपीः आगरा में फाइनेंसकर्मियों की गुंडागर्दी, देर रात सवारियों से भरी बस को किया कब्जा, ड्राइवर को सड़क पर छोड़ा

यूपीः सर्राफा कारोबारी को जिंदा जलाने की कोशिश, सपा और कांग्रेस ने योगी सरकार पर साधा निशाना