Agra Latest News: आगरा में हरियाणा STF और आगरा स्वास्थ्य विभाग के छापे में गर्भस्थ शिशु का लिंग परीक्षण करने और अवैध गर्भपात का गंभीर मामला सामने आया है. हरियाणा और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू में प्रिया हॉस्पिटल में छापेमारी कर पूरे मामले का खुलासा किया है.
इस मामले में हॉस्पिटल संचालक डॉ राजीव कुमार, नर्स ,दलाल सहित आठ लोगों के नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. मामले में हॉस्पिटल संचालक राजीव कुमार समेत 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
इस मामले में अभी तक जितनी भी लिंग परीक्षण से संबंधित कार्रवाई हुई है, सभी में हरियाणा , राजस्थान और मध्य प्रदेश की टीमों ने आगरा आकर कार्रवाई की है. ऐसे में आगरा स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाये गये हैं. साथ ही डॉ राजीव कुमार लिंग परीक्षण करते तीसरी बार पकड़ा गया है. इसलिए डॉक्टर की संपत्ति की जांच करने की बात कही गई है.
सीएमओ आगरा के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में आशा वर्करों से कहा गया है कि हाल ही में हुए गर्भपातों का स्टेटस पता करें कि गर्भपात होने की क्या वजह रही. एनजीओ और अन्य संगठनों की मदद से ऐसे हॉस्पिटल पर शिकंजा कसा जायेगा जो अभी तक इस धंधे में लिप्त हैं, लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई. आगरा में 263 अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं, सभी पर नजर रखी जा रही है.
2016 में भी इस हॉस्पिटल को किया गया था सील
आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से निजी हॉस्पिटल में लिंग परीक्षण का कारोबार चल रहा था. बगैर पंजीकरण के गर्भपात कराए जा रहे थे. गौरतलब है कि प्रिया हॉस्पिटल में इस तरह का मामला तीसरी बार पकड़ा गया है लेकिन पीसीपीएनडीटी प्रभारी ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. बता दें कि 2016 में भी इसी मामले में प्रिया हास्पिटल को सील किया गया था और अल्ट्रासाउंड मशीन सहित नर्स सरिता की गिरफ्तारी हुई थी.
स्टिंग ऑपरेशन में हुआ मामले का खुलासा
बता दें कि हरियाणा के नूंह जिले से आई स्वास्थ्य विभाग और एसटीएफ के साथ ही आगरा सीएमओ की टीम ने शनिवार को लिंग परीक्षण का प्रिया हॉस्पिटल में स्टिंग ऑपरेशन किया था. प्रिया हॉस्पिटल के संचालक डॉ. राजीव कुमार ने 40 हजार रुपए में लिंग परीक्षण का सौदा किया था. इस पर हरियाणा और आगरा सीएमओ की टीम ने छापा मारा तो हॉस्पिटल से एक भ्रूण भी मिला था. भ्रूण लिंग परीक्षण में उपयोग करने वाली मशीनें और अन्य उपकरण बरामद कर दिए थे.
इस मामले में आरोपी डॉ. राजीव कुमार और उसका एजेंट समेत 5 साथियों को हिरासत में लिया. उनसे पूछताछ की और सबूतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है. इसके बाद आरोपियों को जेल भेजा गया है.
प्रिया हॉस्पिटल संचालक डॉ. राजीव कुमार, टेक्नीशियन राजेश, उन्नाव निवासी एजेंट नौशाद और गर्भपात करने वाली महिला के पति अवनीश को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है. इस मामले में राम किशोर, नर्स सरिता, डॉ. तसलीमा, डॉ अनुराग सिंह भी नामजद हैं.
स्टिंग ऑपरेशन के दौरान डॉ राजीव कुमार ने दस हजार रुपये महिला कैंडिडेट (फेक कैंडिडेट) से लिए थे. छापे के दौरान डमी कैंडिडेट के साथ ही ऑपरेशन थिएटर की तलाशी में 5 माह के कन्या भ्रूण मिलने से अवैध गर्भपात किए जाने का भी खुलासा हुआ है. डॉ राजीव कुमार के लगातार तीसरी बार भ्रूण परीक्षण के मामले में पकड़े जाने पर आइएमए में सख्त कार्रवाई की बात कह रहा है.
आईएमए आगरा ने डॉक्टर राजीव कुमार को ima आगरा से स्थानीय सदस्यता से निलंबित कर दिया है और चिकित्सीय पेशे के लिए धब्बा बताया है. वहीं हॉस्पिटल के उपकरणों को सील करके हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया है.
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