Chamunda Mata Mandir: आगरा में राजा मंडी रेलवे स्टेशन पर चामुंडा माता मंदिर हटाने को लेकर जारी नोटिस के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. मंदिर से जुड़े भक्तों ने एलान किया कि राजा मंडी रेलवे स्टेशन पर स्थित प्राचीन चामुंडा मंदिर की एक इंच भूमि को भी रेलवे ने लिया या फिर उस मंदिर पर रेलवे द्वारा एक भी खरोंच दी गई तो उसका अंजाम भुगतने के लिए आगरा रेल मंडल को तैयार रहना होगा. डीआरएम को उसकी कुर्सी से हिलाने और उतारने का काम विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल करेगा.
हिंदूवादी संगठन के लोगों ने की नारेबाजी
वहीं मंदिर से जुड़े तमाम हिंदूवादी संगठन के लोगों ने इस मामले में आज चामुंडा मंदिर के बाहर प्लेटफॉर्म पर जमकर नारेबाजी की. 10 अप्रैल 2022 को आगरा रेलवे मंडल ने एक नोटिस लगाया था कि रेलवे स्टेशन राजा की मंडी के प्लेटफार्म नंबर 1 से मंदिर को हटा लिया जाए नहीं तो रेलवे प्राचीन चामुंडा मंदिर को हटाने का कार्य करेगा.
नोटिस के 10 दिन बीत जाने के बाद आगरा डीआरएम ने कहा कि मंदिर इस बार हटकर ही रहेगा. इसके बाद सियासत तेज हो गई है. मंदिर के महंत ने भी कहा कि जिस किसी ने भी मंदिर हटाने का प्रयास किया उन अधिकारियों की तस्वीरों पर माला लटकी होगी.
मंडल रेल प्रबंधक ने ट्वीट कर कही ये बात
मंडल रेल प्रबंधक आनंद स्वरूप ने हाल ही में ट्वीट करके ये भी कहा था कि अगर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो राजामंडी स्टेशन बंद करना होगा. मंदिर परिसर का कुल क्षेत्रफल 1716 वर्ग मीटर है जिसके 72 वर्ग मीटर का क्षेत्र सीधे प्लेटफार्म नंबर 1 पर पड़ता है. रेलवे की तरफ से दलील है कि ये शेड्यूल ऑफ डाइमेंशन का उल्लंघन है. ऐसे में 72 वर्ग मीटर भूमि को प्राथमिकता से खाली कराया जाए. ताकि ट्रेनों की रफ्तार में तेजी आ सके.
गहराता जा रहा है विवाद
वहीं मंदिर के महंत वीरेंद्रानंद ब्रह्मचारी का कहना है कि मंदिर राजामंडी स्टेशन बनने से पहले का है. ऐसे में मंदिर शिफ्ट करने का प्रश्न ही नहीं उठता. कुल मिलाकर नोटिस की अवधि समाप्त हो चुकी है लेकिन विवाद और गहराता जा रहा है.
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