UP News: आगरा (Agra) की पहचान ताजमहल (Taj Mahal) से है लेकिन प्रदूषण आगरा के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. ताजमहल के पीछे यमुना नदी (Yamuna River) के किनारे फैली गंदगी और प्रदूषण से हो रहे नुकसान को लेकर मणिपुर की 10 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कांगुजम ने आगरा प्रशासन और नगर निगम को आइना दिखाया है. उन्होंने ट्विटर पर ताजमहल के पीछे की एक तस्वीर शेयर की है जो कि वायरल हो रही है. 


लिसिप्रिया का मेसेज सोचने को करेगा मजबूर


हाथ में तख्ती लिए लिसिप्रिया ने ताजमहल के पीछे फोटो खिचवाई है. इस तख्ती के जरिए उन्होंने प्रदूषण को लेकर संदेश देने की कोशिश की है जिसमें लिखा है -'ताजमहल की खूबसूरती के पीछे की खूबसूरती प्लास्टिक है.'  उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'ताजमहल की खूबसूरती के पीछे, शुक्रिया इंसानों ! ताजमहल दौरे पर आपने यह दृश्य देखा होगा. आप कह सकते हैं कि यह बहुत प्रदूषित है लेकिन जब हर साल लाखों लोग इसके दीदार को आते हैं तो आपकी पॉलीथीन का एक बैग, प्लास्टिक की पानी की बोतल ने यह स्थिति पैदा की है.'



प्लास्टिक मुक्त घोषित आगरा में प्लास्टिक का कूड़ा!

लिसिप्रिया के ट्वीट के बाद आज एबीपी गंगा ने हकीकत जाकर देखी तो पता चला कि ये फोटो ताज के पीछे दशहरा घाट से ली गई है. वहां आज भी प्लास्टिक बिखरी हुई है और प्रदूषण साफ देखा जा सकता है.  ताजमहल के इलाके को पहले ही प्लास्टिक फ्री घोषित किया जा चुका है लेकिन अभी भी जबरदस्त प्रदूषण आगरा के लिए चिंता का सबब बना हुआ है.





यमुना का पानी उतरते प्लास्टिक आ जाता है बाहर

वहीं इसको लेकर आगरा नगर आयुक्त निखिल फुंडे का कहना है कि जो तस्वीर ट्वीट की गई है वह कुछ दिन पहले की है. हालांकि जब पानी उतरता है तो प्लास्टिक यमुना किनारे आ जाती है. नगर आयुक्त का कहना है कि दो संस्थाएं हमारे साथ जुड़ी हुई हैं ताकि ताज के नजदीक का इलाका पूरी तरह प्लास्टिक फ्री जोन बन सके. हमने 12 स्थानों पर ऐसे पॉइंट्स बनाए हैं, जहां प्लास्टिक इकट्ठा की जा रही है.