आगरा, एबीपी गंगा। आगरा में उपचार के अभाव में पांच लोगों की मौत हो जाने के बाद डीएम प्रभु एन सिंह ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोरोना के शक में मरीज को भर्ती करने से कोई अस्पताल इनकार नहीं कर सकता है। यदि डॉक्टर चाहें तो निजी लैब में कोरोना की जांच करा सकते हैं, लेकिन उपचार हर हाल में देना होगा।


दो निजी लैब को कोरोना जांच की अनुमति


इसको लेकर डीएम ने दो निजी लैब को कोरोना जांच की अनुमति दी है। आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) पदाधिकारियों के साथ बैठक में डीएम ने कहा कि निजी लैब की सैंपलिंग टीम पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट) किट पहनकर ही सैंपल लेगी। जिस अस्पताल में संदिग्ध भर्ती है, वहीं जाकर उसका सैंपल लिया जाएगा।


टेस्ट के लिए हेल्पलाइन


कोरोना टेस्ट के लिए पैथकाइंड और लाल पैथलॉजी को अधिकृत किया है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-270-5530 जारी किया गया है। निजी अस्पताल संचालक यहां फोन करके किसी भी मरीज की कोरोना जांच करा सकते हैं।


आगरा: कोरोना ताजा अपडेट


आगरा पुलिस लाइन में एक महिला सिपाही कोरोना पोजेटिव पाई गई है। ये महिला सिपाही तेज बहादुर के साथ खाना बनाने का काम करती थी। अबतक जिले में 94 सिपाहियों को क्वारंटाइन किया जा चुका है। सभी की सैंपलिंग होनी है। वहीं, आगरा में सुबह एक वरिष्ठ पत्रकार भी कोरोना पॉजिटिव निकला है।


आगरा में 400 के करीब पहुंचने वाला संक्रमण का आंकड़ा



आगरा सांसद SP सिंह बघेल लॉकडाउन पीरियड में लगातार सक्रिय हैं। सोमवार को वो खंदौली कस्बे पहुंचे, वहां उन्होंने राशन सामग्री वितरित करवाई। इस मौके पर ABP गंगा ने जब उनसे पूछा कि आगरा की बिगड़ती स्थिति के लिए कौन लोग ज़िम्मेदार हैं, तो वो प्रशासन का बचाव करते दिखे। साथ ही, मेयर नवीन जैन के बयान को उनका निजी बयान बताया। उनका कहना है कि विपक्षी लोग राजनैतिक फायदा लेना चाहते हैं। इसलिए वो ऐसा बोल रहे हैं। आगरा में स्थिति कंट्रोल में है। गौरतलब है कि सोमवार को आगरा में कोरोना के आठ गए मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमण का आंकड़ा 400 के करीब पहुंचता दिख रहा है।


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