Agra Fake Kidnap Case: यूपी (UP) के आगरा (Agra) में पुलिस ने फर्जी अपहरण के मामले का खुलासा करते हुए सर्राफा व्यापारी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है. दरअसल 20 मई को मालपुरा थाना क्षेत्र (Malpura police Station) में पुलिस को सर्राफा व्यापारी के अपहरण की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. पुलिस ने अपहरण के हर पहलू की जांच की और धीरे-धीरे सभी राज खुलते चले गए. पुलिस ने आगरा से लेकर ग्वालियर और झांसी तक के सीसीटीवी फुटेज की जांच तो पता चला कि सर्राफा व्यापारी झांसी रेलवे स्टेशन पर अकेले बाहर निकल रहा है.
पुलिस के मुताबिक सर्राफा व्यापारी ने खुद ही अपने अपहरण की सूचना दी और बाद में मोबाइल बंद कर लिया. सर्राफा व्यापारी पर करीब 30 से 35 लाख रुपये का कर्जा था, जिससे बचने के लिए अपने झूठे अपहरण की कहानी बनाई. आगरा के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया, "20 मई को छदामी लाल के अपहरण की सूचना थाने में दी गई थी. छदामी लाल ने अपने भाई को फोन कर बताया था कि कुछ लोगों ने मुझे पकड़ लिया है और ले जा रहे हैं. इसके बाद उनका फोन स्वीच ऑफ हो गया था."
'बार-बार खुल और स्वीच ऑफ हो रहा था मोबाइल'
एसएसपी के मुताबिक एक घंटे बाद थाने में अपहरण की सूचना दी गई, जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस की 6 टीमें बनाई गईं. सभी को अलग अलग टास्क देकर रवाना किया गया. उन्होंने बताया कि जिसके अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई थी, उसका फोन बार-बार खुल रहा था और स्वीच ऑफ हो रहा था. फिर उसी फोन से एक मैसेज छदामी लाल के भाई के मोबाइल पर आया कि 'आपका भाई हमारे पास है और इसका हमने मार-पीट करके हाथ तोड़ दिया है, हमें 50 लाख रुपए दें, नहीं तो हम इसे गोली से मार देंगे. साथ ही अगर पुलिस को बताया तो हम इसे जान से मार देंगे.'
सर्राफा व्यापारी के गांव में जाकर भी पुलिस ने की पूछताछ
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि इस सूचना पर पुलिस ने सारे सीसीटीवी कैमरे खंगाले. ग्वालियर तक की सीसीटीवी कैमरे देखे गए और उसके बाद हमारी टीम झांसी गई. झांसी के भी सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए. सीसीटीवी में छदामी लाल रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते दिखाई दिए, जिसमें वे अकेले ही थे, तब पुलिस को और शक हुआ. छदामी लाल के गांव में जाकर भी पूछताछ की गई तो पता चला कि इनके ऊपर 30 से 35 लाख रुपए का कर्जा था तो पुलिस को इत्मीनान हो गया कि योजना इनकी अपनी बनाई हुई है. पुलिस ने इसके बाद इंटरसेप्ट करके छदामी लाल को बरामद किया गया.
यू-ट्यूब पर देख रची साजिश
पुलिस के अनुसार पूछताछ में छदामी लाल ने स्वीकार किया कि कर्ज की वजह से उन्होंने इस तरह की योजना बनाई, ताकि लोगों को कहे कि हम पैसा देकर बचकर आए हैं. ऐसे में लोगों को पैसा वापस करने को लेकर कुछ समय के लिए बचा जा सके. एसएसपी ने कहा कि हमारी सभी टीमों ने बहुत शानदार काम किया है. 24 घंटे में इस सनसनीखेज कथित अपहरण का पर्दाफाश किया है. उन्होंने बताया कि छदामी लाल ने यह सब यू-ट्यूब में देखकर किया, क्योंकि ये सब उनके यू-ट्यूब स्ट्रीम में मिला है कि कैसे हम भारी कर्जे से बचें. एसएसपी ने कहा कि अपहरण एक सनसनीखेज घटना है. इससे पुलिस-प्रशासन और सरकार की भी बदनामी होती है. इसके लिए सर्राफा व्यापारी के खिलाफ झूठी सूचना देने को लेकर मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा जा रहा है.
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